मुख्य समाचार

विधान सभा अध्यक्ष ने अंगदान करने की जताई इच्छा

शिमला (विकास शर्मा, ब्यूरो चीफ),

हिमाचल प्रदेश विधानसभा में स्पोर्ट्स एंड कल्चरल एसोसिएशन की ओर से आयोजित रक्तदान व अंगदान शिविर में रक्तदान के साथ अंगदान का उत्साह भी अधिकारियों व कर्मचारियों में दिखा। स्टेट ऑर्गेनाइजेशन ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन (सोटो) हिमाचल प्रदेश की ओर से लोगों को मरने के बाद अंगदान के बारे में बताया गया। मुख्यतिथी विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने सोटो का स्टॉल विजिट कर भविष्य में अंगदान करने की इच्छा जाहिर की। सोटो की आई ई सी कंसलटेंट रामेश्वरी और प्रोग्राम असिस्टेंट ने बताया कि देश में प्रतिदिन हजारों लोग ऑर्गन फैलियर के कारण जान गवा बैठते हैं। खराब जीवन शैली और बिगड़े खान-पान के कारण प्रतिदिन ऑर्गनस संबंधित गंभीर बीमारियां बढ़ती जा रही है। उन्होंने बताया कि मरने के बाद नेत्रदान करके दूसरों के जीवन में उजाला लाया जा सकता है।


उन्होनें बताया कि वहीं अंगदान एक नया जीवनदान है। एक व्यक्ति जिसकी उम्र कम से कम 18 वर्ष हो वह स्वैच्छिक रूप से अपने करीबी रिश्तेदारों को देश के कानून और नियमों के दायरे में रहकर अंगदान कर सकता है और अंगदान करने की शपथ ले सकता है। अंगदान से संबंधित सही जानकारी वह भ्रम होने की वजह से अधिकतर लोग अंगदान करने से पीछे हट जाते हैं । इसीलिए अगर लोगों में पहले से अंगदान को लेकर पर्याप्त जानकारी होगी तभी ऐसे मौके जरूरतमंदों के लिए वरदान साबित हो सकते हैं। सोटो हिमाचल की ऑफिशल वेबसाइट www.sotto himachal.in के तहत अब कोई भी व्यक्ति घर बैठे बैठे अंगदान करने के लिए शपथ पत्र भर सकता है। वेबसाइट पर कर कोड स्कैन कर रजिस्ट्रेशन की औपचारिकता पूरी करते हुए व्यक्ति अंगदान की इच्छा जाहिर कर सकता है। यह प्रक्रिया आधार लिंक होगी। मौजूदा समय में प्रदेश भर से करीब 2800 से अधिक लोगों ने अंगदान का शपथ पत्र भरा है।
उन्होंने बताया कि अंगदान जीवित व मृत दोनों परिस्थितियों में किया जा सकता है। जीवित रहते अंगदान में व्यक्ति नजदीकी रिश्तेदार को किडनी, पेनक्रियाज व लीवर का एक भाग दान कर सकता है। वही ब्रेन डेड स्थिति में व्यक्ति अपने आठ अंग दान करके जरूरतमंद मरीजों का जीवन बचा सकता है। उन्होंने बताया कि ब्रेन डेड की स्थिति कोमा से बिल्कुल अलग होती है इसमें शरीर वेंटीलेटर के जरिए काम कर रहा होता है और ब्रेन पूरी तरह से मृत हो चुका होता है। हर साल दर्जनों लोग अलग-अलग दुर्घटनाओं के कारण ब्रेन डेड होते हैं जो कि अंगदान के लिए सक्षम होते हैं। उन्होंने बताया कि हर साल 2 लाख मरीजों को किडनी की जरूरत होती है जबकि महज 10 हजार ट्रांसप्लांट हो पाते हैं। वहीं देश में हर साल 30 हजार व्यक्तियों को लीवर की जरूरत होती है जबकि 2 हजार ट्रांसप्लांट ही होते हैं। इसके अलावा प्रतिवर्ष 10 लाख लोगों को आंखों की जरूरत होती है लेकिन महज 50 हजार नेत्र ट्रांसप्लांट हो पाते हैं। देश में अंगदान व नेत्रदान के प्रति जागरूकता ना होने के कारण ऐसा हो रहा है। उन्होंने बताया कि अंगदान किसी भी जाति, धर्म, समुदाय, लिंग, व आयु के लोग कर सकते हैं।

उन्होंने लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि अपने अंगों एवं उत्तकों को दान करने की प्रतिज्ञा लें। अपने परिवार के समक्ष अपने अंगों को दान करने की इच्छा जाहिर करें क्योंकि मृत्यु की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के समय अंगों एवं उत्तकों को दान करने के लिए, उसकी सहमति आवश्यक है।

Himachal Darpan

Recent Posts

अंजुमन इस्लामिया की फंडिंग पर जांच की मांग को लेकर इंतज़ामिया कमेटी ने डीसी को सौंपा ज्ञापन

नाहन (संध्या कश्यप, संवाददाता), मस्जिद इंतज़ामिया कमेटी, मोहल्ला हरिपुर नाहन के सदस्यों ने आज जिला…

2 hours ago

सिरमौर में शिक्षक की गाडी से 10 शीशी नशीले सिरप बरामद

नाहन (संध्या कश्यप, संवाददाता), सिरमौर में शिक्षक की गाडी से 10 शीशी नशीले सिरप बरामद,…

6 hours ago

सराहाँ से परवाणू के लिए चलने वाली बस सेवा को परिवहन विभाग द्वारा घाटा बताकर बंद कर दिया गया

सराहाँ (अशोक चौहान, संवाददाता),सराहाँ से परवाणू के लिए प्रतिदिन सुबह साढ़े छह बजे चलने वाली…

6 hours ago

उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कुल्लू दशहरा की छठी संध्या में समारोह में की शिरकत की।

कुल्लू (आशा डोगरा, सब एडिटर), उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज प्रसिद्ध कुल्लू दशहरा उत्सव…

9 hours ago

बिलासपुर में बड़ा हादसा — बरठीं के पास भूस्खलन की चपेट में आई बस, कई लोगों के हताहत होने की आशंका

ब्यूरो रिपोर्ट बिलासपुर। बिलासपुर // हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के बीच…

23 hours ago

चम्बा के किहार क्षेत्र की किलोड़ पंचायत में आसमानी गिरने से करीब 11 मवेशियों की मौत

चम्बा (ओपी शर्मा, संवाददाता), चम्बा जिले के किहार क्षेत्र की किलोड़ पंचायत में आसमानी गिरने…

1 day ago