मंडी (नितेश सैनी)
मंडी शहर में हुए दिल दहला देने वाले तेजाब कांड की पीड़ित महिला ममता ठाकुर ने बुधवार रात करीब 12 बजे पीजीआई चंडीगढ़ में दम तोड़ दिया। चार दिनों से जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही ममता ने मौत से पहले अपने परिवार को हनुमान घाट, मंडी में ही अंतिम संस्कार करने की इच्छा बताई थी। उन्होंने साफ कहा था कि वह अपना अंतिम संस्कार ससुराल में नहीं चाहतीं।
शनिवार शाम को ममता के पति नन्द लाल ने आपसी विवाद के बाद उस पर तेजाब फेंक दिया था और फिर घर की पहली मंजिल से धक्का दे दिया था। एसिड अटैक से ममता 50 फीसदी से ज़्यादा झुलस गई थीं, जबकि पहली मंजिल से गिरने से उनका जबड़ा भी टूट गया था। हालत अत्यंत गंभीर होने के कारण उन्हें पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया, जहां ट्रॉमा सेंटर के वरन यूनिटी में उनका इलाज चल रहा था। चार दिनों तक असहनीय दर्द झेलने के बाद ममता की हालत बुधवार रात अचानक और बिगड़ गई। डॉक्टरों की कोशिशों के बावजूद उन्होंने दम तोड़ दिया। उनकी मौत की जानकारी देर रात उनके परिजनों ने पुलिस को दी।
अब ममता की मौत के बाद इस मामले में बड़ा कानूनी बदलाव किया गया है। पहले आरोपी नन्द लाल के खिलाफ धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज था, लेकिन अब पुलिस धारा 302 (हत्या) भी जोड़ने जा रही है। वही, पुलिस ने परिजनों से सूचना मिलने के बाद आवश्यक कार्रवाइयां शुरू कर दी हैं। शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा, जिसके बाद परिवार को सौंप दिया जाएगा और आगे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। मामले की पुष्टि करते हुए एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि पीड़ित महिला ने देर रात पीजीआई में दम तोड़ा है और पुलिस अब मामले की जांच हत्या के नजरिए से आगे बढ़ा रही है। इस दर्दनाक घटना ने पूरे मंडी जिले को झकझोर कर रख दिया है। ममता की आखिरी इच्छा ने समाज में महिलाओं की सुरक्षा और घरेलू हिंसा को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

