ब्यूरो रिपोर्ट शिमला
हिमाचल प्रदेश के बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। प्रदेश सरकार को बड़ा झटका देते हुए हिमाचल हाईकोर्ट ने शुक्रवार को इस बहुचर्चित केस की जांच सीबीआई को सौंपने के आदेश दिए हैं।अदालत ने राज्य पुलिस की एसआईटी जांच पर गंभीर सवाल उठाए और कहा कि इस केस की निष्पक्ष जांच के लिए अब सीबीआई ही उपयुक्त एजेंसी है। कोर्ट ने यह भी स्पष्ट निर्देश दिया है कि सीबीआई टीम में हिमाचल का कोई भी अधिकारी शामिल नहीं होगा।जांच पर उठे सवाल, कोर्ट ने जताया अविश्वासबुधवार को इस मामले में सुनवाई पूरी कर हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। सुनवाई के दौरान शिमला के एसपी और डीजीपी की कार्यशैली पर भी कोर्ट ने तीखे सवाल खड़े किए थे। पुलिस की स्टेटस रिपोर्ट और हलफनामों में कई खामियां पाई गईं, जिससे अदालत का भरोसा एसआईटी की जांच से उठ गया।“निष्पक्षता पर संदेह” — अदालत की तीखी टिप्पणीकोर्ट ने कहा कि एसआईटी ने कई अहम पहलुओं को नजरअंदाज किया और जांच की प्रक्रिया में पारदर्शिता व निष्पक्षता का अभाव रहा। कोर्ट ने यह भी जोड़ा कि ऐसे संवेदनशील मामले में भरोसेमंद और निष्पक्ष जांच अत्यंत आवश्यक है, इसलिए इसे अब सीबीआई को सौंपा जाता है।
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