भरमौर (महिंद्र पटियाल/संवाददाता),
जन -जातीय क्षेत्र भरमौर में गत वर्ष की बर्फबारी क्षेत्र के जन-जीवन को ज्यादा प्रभावित नहीं कर पाई जिससे की क्षेत्र की सड़क, बिजली, पानी, संचार व्यवस्था ने सुचारू रूप से कार्य किया जो कि ऐसा पहली बार हुआ। क्योंकि भरमौर जन-जातीय क्षेत्र में हर वर्ष भारी बर्फबारी के होने पर सड़क, बिजली व पानी की व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित हो जाती थी। जिससे की क्षेत्र के लोगों व स्कूली बच्चों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। कई दिनों तक पानी के जमाव से नलों में पानी नहीं पंहुचता था लेकिन गत वर्ष ऐसी सम्सया नहीं आई। जल-शक्ति विभाग भरमौर के सहायक अभियंता विवेक चंदेल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि गत वर्ष ज्यादा बर्फबारी न होने से हमारे मुख्य स्त्रोत भरमाणी नड्ड से पानी की सप्लाई का एक दिन का कट भी नहीं लगा। उन्होंने बताया कि ऐसा पहली बार हुआ है नहीं तो विभाग को हर वर्ष पानी की सप्लाई को बर्फबारी में सुचारू रखने के लिए काफी चुनोतियों का सामना करना पड़ता था। वहीं दूसरी तरफ बिजली विभाग को भी गत वर्ष बर्फबारी के दौरान काफी राहत मिली। विधुत विभाग भरमौर के सहायक अभियंता तेज सिंह ठाकुर ने भी यह जानकारी देते हुए बताया कि गत वर्ष बर्फबारी के दौरान चौबिया, कुगती, बडग्राम व नयाग्राम के एक दिन के कट को छोड़कर भरमौर क्षेत्र की विधुत आपूर्ति प्रभावित नहीं हो पाई जो कि विभाग के लिए काफी राहतपूर्ण रही। वहीं भरमौर क्षेत्र की संचार व्यवस्था भी बर्फबारी के दौरान भी सामान्य रूप से चलती रही। चंबा-भरमौर नैशनल हाइवे सड़क मार्ग व भरमौर लोक निर्माण विभाग के सड़क मार्ग भी गत वर्ष बर्फबारी के दौरान ज्यादा प्रभावित नहीं हो पाए। नैशनल हाइवे अथारिटी चंबा व लोक निर्माण विभाग भरमौर के पुख्ता प्रबंधों के चलते जन-जातीय क्षेत्र भरमौर का जन-जीवन गत वर्ष पटरी से नहीं उतर पाया। विदित रहे कि सर्दियों के दौरान जन-जातीय क्षेत्र भरमौर का जन-जीवन पूर्व में पूरी तरह से प्रभावित हुआ करता था। बिजली, पानी, सड़क व्यवस्था बर्फबारी के दौरान पूरी तरह से प्रभावित होने से क्षेत्र के लोगों को ज्यादा तर इन मुश्किल दिनों में मैदानी क्षेत्रों का रूख करना पड़ता था लेकिन गत वर्ष ऐसा नहीं हो पाया।