कुल्लू (आशा डोगरा/सब एडिटर)
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता एवं सचिव राजीव किमटा ने कहा है कि केंद्र सरकार ने जो बजट पेश किया है वह एक छलावा है। बजट चंद कॉरपोरेटर को ध्यान में रखते हुए पेश किया गया है और आम जनता का बजट में कोई उल्लेख नहीं है। उन्होंने हैरानी जताई कि हिमाचल से केंद्र में मंत्री है और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भी हिमाचल से हैं लेकिन वे अपने प्रदेश के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि यह बजट बागबान-किसान विरोधी भी है। बागवानों के लिए न तो खाद में और न ही दवाइयों में किसी तरह की छूट दी गई है जबकि प्रधानमंत्री ने खुद कहा था कि किसान-बागबानों को बेहतर सुविधा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जो बाहर से सेब इंपोर्ट हो रहा है उस पर 100 फीसदी आयात लगाने की बात कही थी लेकिन बजट में उसका भी कोई प्रावधान नहीं है जबकि इससे पहाड़ी राज्य हिमाचल, जम्मू-कश्मीर,उत्तराखंड आदि को लाभ होना था। उन्होंने कहा कि रेलवे बजट में भी हिमाचल को झुनझुना दिखाया गया है। इसके अलावा सेब जूस को रेलवे कंपनी व अन्य स्थानों पर अटैच करने का भी कोई प्रावधान नहीं है। उन्होंने कहा कि मंहगाई सबसे बड़ी समस्या है लेकिन मंहगाई को कम करने का भी कोई प्रावधान नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि यह बजट पुराने ढर्रे पर ही प्रस्तुत किया गया और टूरिज्म इंडस्ट्री को बढ़ावा देने का भी कोई उल्लेख नहीं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के लिए भी बजट नहीं है। मनरेगा, वेलफेयर, हेल्थ, एजुकेशन, एसीएसटी का बजट भी लाखों करोड़ों घटा दिया है। उन्होंने कहा कि पहाड़ी राज्यों के उत्थान के लिए बजट में कोई भी प्रावधान नहीं है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को मनरेगा जैसी योजनाओं से रोजगार मिल रहा था लेकिन मनरेगा का बजट घटाना शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि वेरोजगरी सबसे बड़ी समस्या है लेकिन वेरोजगारों के लिए भी कुछ प्रावधान नहीं है।