राजगढ़ (ब्यूरो रिपोर्ट)
हाल ही में गिरी पार क्षेत्र में करीब डेढ़ लाख लोगों को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल होने की केंद्रीय मंत्रिमंडल में मंजूरी मिली है डोम समाज उन लोगों को बधाई देता है जिन जातियों को अनुसूचित जनजाति में शामिल किया गया है। गिरि पार में अनुसूचित जाति के अधिकारों की लडाई के लिए बना सांझा मंच गिरी पार अनुसूचित जाति अधिकार सरंक्षण समिति, हमारा डोम समाज जिसके साथ मिलकर अधिकारों की लड़ाई लड़ राह है। हमारा समाज इस बात का पूर्णतः खंडन करता है कि पिछले दिनों किसी अखबार में छपी खबर ओर नौहराधार से संबंध रखने वाला एक व्यक्ति दिलावर सिंह ने जो बयान दिया कि डोम समाज भी अनुसूचित जनजाति में शामिल होने की बात कर रहा है ये एक अफ़वाह ओर झूठी खबर है। उस व्यक्ति का इस बयान के पीछे अपना व्यक्तिगत ओर राजनीतिक मत हो सकता है लेकिन पूरे गिरी पार के डोम समाज के बारे में ये ग़लत बयान देना निंदनीय है हमारा गिरी पार का पुरा डोम समाज इस बात का खंडन करता है। हमारा समाज हाटी सीमित के लोगों से भी ओर उन नेताओं से भी निवदेन करता है कि जिस तरह से हर खुमलियों के मंचो से हमारे समाज के लोगों के साथ न होने पर या बिना सहमति के बेवजह अनुसूचित जनजाति में शामिल होने की बात की जा रही है ये बिल्कुल ग़लत बयान है कृपया इस तरह की गलत बयान बाजी ना करें। प्रिंट मीडिया के लोगों से भी हमारा निवदेन है कि बिना किसी प्रेस नोट या हमारे डोम समाज के लोगों की सहमति के बग़ैर कोई भी इस तरह की न्यूज़ ना छापें। इन सब बयान के समर्थन में डोम समाज के संगडाह से लायक राम, अजय, पुनीत, पूर्व बी डी सी मेंबर दौलत राम, अरविंद कुमार, जयपाल, राजेंद्र व शिलाई से भरत, मामराज पोंटा से सुरेश, विनोद ओर राजगढ़ की डोम समाज की बनी सीमित ने संयुक्त रूप से इसका समर्थन किया है।