चंबा : कृषक उत्पादक संगठनों के लिए 6 लाख रुपये तक बीज धनराशि का है प्रावधान – एडीएम

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चंबा (एम एम डैनियल/ब्यूरो चीफ),

मुख्यमंत्री कृषि कोष योजना के अंतर्गत गांव के सभी किसान मिलकर कृषि उत्पादों जैसे की अनाज, दालें, फल, सब्जियां दूध, मछली उत्पादन से सम्बंधित एक कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) बनाकर गोदाम बनाने या प्रसंस्करण इकाई (प्रोसेसिंग यूनिट), दूध को ठंडा करने या कस्टम हायरिंग सेंटर स्थापित करने इत्यादि के लिए कृषि विभाग के माध्यम से 6 लाख रूपये तक की अनुदान सहायता प्राप्त कर सकते हैं। यह उद्गार जिला स्तरीय कार्यन्वयन समिति की बैठक के उपरांत यह जानकारी देते हुए जिला दण्डाधिकारी चंबा अमित मैहरा ने कहें। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कृषि कोष योजना का लाभ उठाने वाले कृषक उत्पादक संगठनों को 7.5 लाख रूपये तक के बैंक ऋण पर ब्याज दर में 3 से 5 प्रतिशत तक ब्याज  दर में छूट दी जाएगी I एडीएम चंबा अमित मैहरा ने कहा कि कृषि उत्पादों का सही दाम प्राप्त करने के लिए किसानों को व्यक्तिगत तौर पर बहुत सारी समस्याओं  सामना करना पड़ता है फसल उत्पाद का सही दाम प्राप्त करने के लिए किसानों को या तो दाम बढ़ने तक उत्पाद को भंडारण करके रखना पड़ता है या फिर फसल उत्पाद का प्रसंस्करण करके वेचना पड़ता है I लेकिन कोई भी किसान व्यक्तिगत तौर आर्थिक रूप से इतना सक्षम नहीं होता कि फसल के भण्डारण के लिए या प्रसंस्करण के लिए किसी बड़े ढांचे का निर्माण कर सके I लेकिन किसान संगठन बनाकर यदि फसलों का उत्पादन करें, फसलों का सही भंडारण करें तथा फसल उत्पादों का प्रसंस्करण करके उन्हें बाजार में वेचें तो फसल उत्पादों के अधिक दाम प्राप्त कर सकते है I उन्होंने बताया  कि 4-मार्च-2021 को अतिरिक्त मुख्य सचिव द्वारा जारी की गई अधिसूचना के अनुसार मुख्यमंत्री कृषि कोष योजना के कार्यन्वयन के लिए हर जिला के उपायुक्त की अध्यक्षता में एक जिला स्तरीय कमेटि का गठन किया गया है। जिसमें कि उप कृषि निदेशक सदस्य सचिव है। इस कमेटी द्वारा जिला में किसी भी संस्था द्वारा बनाए गए कृषक उत्पादक संगठनों के माध्यम से प्राप्त ऐसे प्रोजेक्ट की व्यवहरिकता की जांच करके आर्थिक सहायता के लिए अनुमति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों के विकास से सम्बंधित सभी विभाग कृषक उत्पादक संगठन बनाने का प्रयास करें ताकि किसानों को उनके द्वारा पैदा किये गए कृषि उत्पादों के लिए भण्डारण व प्रसंस्करण इकाईयां स्थापित करने में सहायता की जा सके I एडीएम अमित मैहरा ने  इस समय कार्यरत कृषक उत्पादक संगठनों  के अतिरिक्त अन्य किसानों से भी अनुरोध किया कि वह भी लाल धान, मटर, राजमाश, मक्की, फल,  दूध, मछली इत्यादि के उत्पादन से सम्बंधित कृषक उत्पादक संगठन बनाकर मुख्यमंत्री कृषि कोष योजना का लाभ उठाने के लिए किसी भी नजदीकी कृषि अधिकारी से संपर्क करें I इस बैठक में डॉ. कुलदीप सिंह धीमान, उप कृषि निदेशक, के अतिरिक्त, उप निदेशक (पशु पालन), विषय विशेषज्ञ (उद्यान), सहायक निदेशक (मत्स्य ), जिला उद्योग अधिकारी, परियोजना निदेशक एवं उपनिदेशक (जिला ग्रामीण विकास अभिकरण), नाबार्ड, बैंक, अन्य सम्बन्धित अधिकारी तथा जिला चम्बा में कार्यरत 8 कृषक उत्पादक संगठनों के सदस्य भी उपस्थित रहे।

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