राजगढ़ (मैं भी पत्रकार),
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राजगढ़ नगर इकाई द्वारा बीते कल डॉ० भीम राव अम्बेडकर की पुण्य तिथि पर संगोष्ठी आयोजित की गई। इस कार्यक्रम मे मुख्य रूप से राजगढ़ नगर इकाई अध्यक्ष विनीत आर्य, राजगढ़ नगर इकाई मंत्री रितिक, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व कार्यकर्ता विजय उपस्थित रहे । मुख्य वक्ता विनीत आर्य ने अपने उद्बोधन मे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा किये गए कार्यक्रमों के विषय मे बताते हुए कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपने स्थापना काल से ही सामाज में आने वाली विषम परिस्थितियों से जुझने का काम किया है। उन्होंने समाज मे आपसी भाई चारे को बनाये रखने की बात कही और उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने भी अपना सम्पूर्ण जीवन भारत को समरस बनाने के लिए दिया। बाबा साहब का बचपन जिस परिस्थिति से गुजरा तो उनके साथ जाती, पंथ, के आधार पर बहुत भेद भाव पूर्ण व्यवहार समाज का रहा। उस अपमान जनक जीवन से मुक्ति के लिए बाबा साहब ने शिक्षा का पथ चूना और वास्तविकता में मानव समाज को समानता मे फिरने का काम किया है। इसी तरह से उन्होंने बाबा साहब के जीवन में किस तरह की चुनौतियां थी, किस तरह से उन्होंने अपना एक कीर्तिमान स्थापित किया इस पर विस्तार से बताया। विनीत आर्य ने सभी से इस कार्यक्रम के माध्यम से आग्रह किया कि कोई भी बहारी विरोधी विचारों से नहीं बल्कि जाती, पंथ, समुदाय से ऊपर उठकर समरस भारत के उद्देश्य के साथ आगे बड़े और उसके उपरांत सभी कार्यकर्ताओ द्वारा बाबा साहब को श्रद्धांजलि अर्पित की गई और वन्दे मातरम के साथ कार्यक्रम का विसर्जन किया गया। इस मौके पर गौरव, विनोद, सुमित, सुनील, बृजेश और छात्राए भी शामिल रही।