शिमला (विकास शर्मा/ब्यूरो चीफ),
आइजीएमसी में अब न्यू ओपीडी ब्लॉक को फिर से अस्पताल प्रशासन को खाली करना होगा। कोरोना के दौरान न्यायालय ने न्यू ओपीडी की दो मंजिलें के इस्तेमाल के लिए अस्पताल को इसकी मंजूरी प्रदान की थी। अब कोरोना के मामले कम हो गए है। इसलिए अब सरकार की ओर से फिर से इन्हें खाली करने के निर्देश जारी हो गए है। अभी तक न्यू ओपीडी को ग्रीन ट्रिब्यूनल की मंजूरी प्रदान नहीं हुई है। इसका काम आधे में लटक गया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जनवरी में इसका उद्घाटन भी कर दिया है। मरीजों के लिए अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। इस ब्लॉक को मरीजों की भीड़ को देखते हुए बनाया गया था। अस्पताल में प्रदेशभर से लोग इलाज के लिए आते हैं। आइजीएमसी में प्रतिदिन हजारों की संख्या में ओपीडी होती है। इससे अस्पताल की हर ओपीडी के बाहर लोग भीड़ लगाकर खड़े होकर अपनी बारी के इंतजार में रहते हैं। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की स्वीकृति मिलने के बाद ही न्यू ओपीडी शुरू हो पाएगी। न्यू ओपीडी शुरू होने के बाद अस्पताल में जगह खुल जाएगी। आइजीएमसी की नई ओपीडी में मरीजों को इलाज करवाने व टेस्ट करवाने के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। इस भवन में एक ही जगह तैयार की गई है, जहां मरीज सभी तरह के टेस्ट करवा सकते हैं और निश्चित समय में रिपोर्ट ले सकते हैं। अस्पताल के पुराने ब्लाकों में मरीजों को टेस्ट करवाने के लिए भटकना पड़ता है। जगह की कमी के कारण पुराने ब्लाकों में अलग-अलग स्थानों पर ये सुविधाएं दी जाती हैं। मरीजों को इसमें पार्किंग की सुविधा भी प्रदान होनी है ।न्यू ब्लाक में ये सुविधाएं एक ही जगह मिलने से मरीजों का समय बचेगा। अस्पताल के डिप्टी एमएस डाक्टर प्रवीण भाटिया ने कहा कि न्यायालय ने कोरोना समय में इसके दो मंजिलें चलाने की अनुमति प्रदान की थी। अभी तक इसमें विभाग को शिफ्ट करने के आदेश नहीं है। अस्पताल प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है कि इसकी सुविधा मरीजों को प्रदान की जाए।