राजगढ़ (पवन तोमर/ब्यूरो चीफ़),
डॉ. नीलम कौर, एडवाइजर-हेल्थकेयर एंड एजुकेशन, अकाल एकेडमी बरु साहिब को शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उनके विशिष्ट योगदान और समर्पित सेवाओं के लिए मॉरीशस गणराज्य द्वारा प्रतिष्ठित ‘एक्सीलेंस इन स्कूल एजुकेशन अवार्ड’ से सम्मानित किया गया है।
समारोह में देश भर के प्रख्यात शिक्षाविदों को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए पृथ्वी राज सिंह रूपम, राष्ट्रपति, मॉरीशस गणराज्य और लीला देवी डोकुन लछुमन, उप प्रधान मंत्री द्वारा सम्मानित किया गया। डॉ. नीलम कौर पिछले पच्चीस वर्षों से आर्थिक रूप से विकलांग परिवारों की लड़कियों की औपचारिक शिक्षा में योगदान देने में सक्रिय रूप से लगी हुई हैं। उन्हें पहले ही कई सम्मान मिल चुके हैं वह पंजाब और अन्य उत्तरी राज्यों के सामाजिक और आर्थिक रूप से वंचित समुदायों की लड़कियों को शैक्षिक अवसर प्रदान करने की दिशा में लगातार काम कर रही है। वह निरक्षरता के चक्र को तोड़ने में असाधारण रूप से सफल रही है। लड़कियों को अकाल अकादमी, बरू साहिब में औपचारिक स्कूली शिक्षा प्रदान की जाती है, जहाँ उन्हें वरिष्ठ माध्यमिक तक गुणात्मक और सार्थक शिक्षा मिलती है और उच्च शिक्षा के लिए कलगीधर ट्रस्ट द्वारा संचालित इटरनल यूनिवर्सिटी में दाखिला दिया जाता है। डॉ. नीलम कौर ने कहा, मैं यह पुरस्कार माननीय संत बाबा इकबाल सिंह जी को समर्पित करती हूँ, जिनके मार्गदर्शन, आशीर्वाद और पिछले तीन दशकों के आध्यात्मिक मार्गदर्शन के कारण मुझे ‘एक्सीलेंस इन स्कूल एजुकेशन अवार्ड’ प्राप्त हुआ। शिक्षण पेशा अपने साथ एक बड़ी जिम्मेदारी लाता है लेकिन जब हमें इस तरह के सम्मान से सम्मानित किया जाता है तो यह वास्तव में हमारे विश्वास को मजबूत करता है, और मानव जाति के लिए अच्छा काम जारी रखने के लिए हमारे मनोबल को बढ़ाता है।
डॉ. नीलम कौर ने बडू साहिब में सभी मूल्य-आधारित और नैतिक शिक्षा के साथ अनुशासनात्मक अध्ययनों को भी जरुरी हिस्सा बनाने पर जोड़ दिया। इसी क्रम में उन्होंने कहा कि महिलाओं पर किए गए रेप को रेप कहे जाने के बजाय कहा जाना चाहिए कि पुरुष ने पीड़ित और समाज की नजर में खुद को बेइज्जत किया।