राजगढ़ (पवन तोमर/ब्यूरो चीफ),
प्रकृति ने हाब्बन के सौंदर्यकरण में चार चांद लगाए है जिसके चलते हाब्बन सैलानियों के लिए हेवन से कम नहीं है । निकट भविष्य में हाब्बन प्रदेश का अद्वितीय पर्यटन स्थल बनकर उभरेगा। यह उद्गार उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा में हाब्बन के प्रवास के दौरान स्थानीय लोगों के साथ सांझा किए । उन्होने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से हाब्बन को विकसित करने और मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रशासन द्वारा भरसक प्रयास किए जाएंगे ताकि देश विदेश से आकर सैलानी प्रकृति की अनुपम छटा का आन्नद ले सके। डीसी ने बताया कि हाब्बन पर्यटन की दृष्टि से विकसित होने पर क्षेत्र में लोगों के लिए स्वरोजगार के अवसर भी सृजित होगें। हाब्बन पहूंचने पर स्थानीय लोगों ने उपायुक्त का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। इस मौके पर पझौता स्वतंत्रता सैनानी कल्याण समिति के अध्यक्ष तथा पच्छाद कांग्रेस मंडलाध्यक्ष जय प्रकाश चैहान और शकुंतला प्रकाश ने पझौता आन्दोलन पर वैद्य सूरत सिंह द्वारा लिखित पुस्तक डीसी को भेंट की। वैद्य सूरत सिंह इस आन्दोलन के जन नायक थे । इस आन्दोलन के हर पहलू व घटना को उन्होने अपने हाथों से लिखकर सुरक्षित रखा गया था जिसे उनके सपुत्र जय प्रकाश चैहान द्वारा प्रिंट करवा कर पुस्तक का रूप दिया गया। डीसी ने कहा कि यह पुस्तक युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक सिद्ध होगी। बता दें कि इस पुस्तक में पझौता आन्दोलन का पूर्ण इतिहास तथा इस आन्दोलन से जुड़े स्वतंत्रता सैनानियों के बलिदान का उल्लेख किया गया है। हाब्बन जाते हुए मनौण में स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत अधिकारी रविदत भारद्वाज और उनकी पत्नि बिमला भारद्वाज ने डीसी को हिमाचली टोपी और मफलर पहनाकर सम्मानित किया। इस मौके पर वरिष्ठ साहित्यकार शेरजंग चैहान भी मौजूद रहे । उपायुक्त सिरमौर हाब्बन पहाड़ी व्यंजनों सिडडू का परिवार सहित आन्नद लिया। उन्होने इस मौके पर लोगों की समस्याओं को भी सुना। हाब्बन से राजगढ़ वापिस आते हुए डीसी ने परिवार सहित शिरगुल देवता के प्राचीन मंदिर शाया में शीश नवाया।