राजगढ़ (पवन तोमर/ब्यूरो चीफ),
इरादे मजबूत हो तो मुसीबतें भी राह से स्वतः ही किनारा कर जाती है। यह कहावत राजगढ़ ब्लॉक के रासूमांदर सीमा पर स्थित दूरदराज गांव खरौंट की काजल चैहान पर सही चरितार्थ होती है जिसने मेहनत के दम पर बहुत ऊंचा मुकाम हासिल किया है। बता दें एक साधारण कृषक परिवार की बेटी काजल चैहान को दुबई की एक नामचीन मल्टीनेशनल कंपनी ट्रांसगार्ड में सेवा करने का मौका मिला है । काजल चौहान के माता-पिता के घर बधाईयों देने वालों का तांता लग रहा है। गौर रहे कि काजल चौहान का जन्म खरौंट गांव में वर्ष 1997 में कल्याण सिंह के घर हुआ। काजल चैहान ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने ही गांव के प्राथमिक स्कूल नागन तथा 12वीं की पढ़ाई विज्ञान विषय के साथ कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पोर्ट मोर शिमला से उतीर्ण की। तदोपंरात चंडीगढ़ विश्वविद्यालय खरड़ (पंजाब )से स्नातक करने के बाद काजल चैहान ने दो साल तक सोलन में एक फार्मा कंपनी में अपनी सेवाएं दी | तत्पश्चात काजल ने अपनी उड़ान को नए पंख देते हुए हाल ही में काजल चौहान का दुबई की एक मशहूर कंपनी में चयन हुआ है जिससे समूचे क्षेत्र में प्रसन्नता का महौल है। बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि की काजल चौहान को जीवन में कुछ नया करने का शौक था। पिता कल्याण सिंह चैहान व माता रीता देवी की तीन संतानों में दूसरे नंबर की काजल मेहनतकश और कुछ कर गुजरने वाले बच्चों के लिए एक मिसाल है। अपनी पुत्री की कामयाबी पर पिता कल्याण सिंह चौहान के अलावा समस्त क्षेत्र गौरवान्वित महसूस कर रहा है। काजल की बड़ी बहन अंबिका चैहान भी एक नामी-गिरामी राष्ट्रीय कंपनी में इंजीनियरिंग के पद पर कार्यरत हैं | छोटा भाई शुभम स्नातक की पढ़ाई करने के बाद अपने पिता के साथ बागवानी के काम मे हाथ बंटा रहा है। काजल ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों दिया है ।