चंबा (एम एम डैनियल/ब्यूरो चीफ),
स्वास्थ्य व विकास कार्यों को लेकर भाजपा प्रदेश सचिव जयसिंह ने चंबा में पत्रकारवार्ता में सरकार को जहां आड़े हाथों लेने में कोई कसर नहीं छोड़ी। वहीं उन्होंने कांग्रेस में उपज रही गुटबाजी से विकास कार्य प्रभावित होने ही नहीं बल्कि आम जनता के सफर होने की बात भी कह डाली। मीडिया से बातचीत करते हुए सचिव जयसिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू व सदर विधायक नीरज नैयर ने अक्सर सोशल मीडिया पर वाहवाही लूटने में लगे रहते हैं। लेकिन हकीकत में उनकी सोशल मीडिया पर घोषणाएं केवल घोषणाओं तक ही सीमित है। जिसमें उन्होंने चंबा में 29 डॉ. ज्वॉइन करने और सौ करोड़ रुपए स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मंजूरी की बात कही। जिससे मेडिकल सुविधाएं लोगों को मिलेंगी। लेकिन मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री विधायक से भाजपा व चंबा की जनता पूछना चाहती कब 29 डॉ चंबा आएं और वह तमाम डॉ कहां है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त 36 स्टाफ नर्सों का तबादला चंबा जिला से बाहर अन्य जिलों में किस बहां पर कर दिया। जबकि चंबा स्वीकृत 138 स्टाफ नर्सों के स्थान पर केवल 85 नर्सें ही सेवाएं प्रदान कर रही है। सरकार के इस फैसले से मेडिकल कॉलेज एवं चिकित्सालय चंबा में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमरा गई है। उन्होंने कहा कि लोगों को उपचार संबंधी जहां अभावों से गुजरना पड़ रहा है। वहीं विभाग स्टाफ कमी से परेशान हैं। हालात यह चुके हैं चंबा से रोगियों को बाहर रेफर किया जा रहा है। यह नौबत आखिर क्यों आईं। मुख्यमंत्री यह बताएं कि चंबा के साथ पक्षपात क्यूं किया जा रहा है। हिम केयर योजना के तहत साढ़े चार लोगों को लाभ, सहारा योजनाओं में 21 हजार लोगों स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ दिया गया। लेकिन यह सारी योजनाएं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सत्ता में आते ही बंद कर दी है। जबकि पूर्व सरकार ने उक्त योजनाओं से लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं दिया जा रहा था। प्रदेश सचिव जयसिंह ने सरकार, मुख्यमंत्री व सदर विधायक पर संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि सदर विधायक ने चंबा के कार्यों के हाथ खड़े कर दिए हैं। जिस पर उन पर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह गुट में जुड़ने का टैग लगा है और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अन्य किसी गुट के है। जिसके चलते चंबा के कार्यों को अहमियत नहीं मिल पा रही है।