शिमला (विकास शर्मा ,ब्यूरो चीफ),
उत्कृष्ट शिक्षा केन्द्र, राजकीय महाविद्यालय संजौली के एडवेंचर क्लब तथा पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के संयुक्त तत्वावधान में 4 अक्टूबर 2025 को एक रोमांचक एवं प्रेरणादायी ट्रेक का आयोजन किया गया। इस अभियान में कुल 35 छात्र-छात्राओं, जिनमें 27 छात्राएँ शामिल थीं, ने शिमला के समीप स्थित शाली माता मंदिर शिखर तक सफलतापूर्वक चढ़ाई पूरी की।महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. भारती भागडा ने इस साहसिक यात्रा के लिए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया तथा कहा कि “हम भी कर सकते हैं” की भावना से परिपूर्ण यह ट्रेक आत्मविश्वास, साहस और सामूहिक ऊर्जा का प्रतीक है। उन्होंने 27 छात्राओं की भागीदारी पर विशेष गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि राजकीय महाविद्यालय संजौली की यह परंपरा रही है कि यहां के विद्यार्थी अनुभवजन्य शिक्षा (experiential learning) और आत्म-विकास से जुड़े कार्यक्रमों में सदैव अग्रणी रहते हैं।इस यात्रा का संयोजन प्रो. संदेश काल्टा, सहायक आचार्य – पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग तथा प्रो. लखबीर धीमान, सहायक आचार्य – पर्यावरण विज्ञान विभाग द्वारा किया गया।यात्रियों का दल प्रातः 7 बजे महाविद्यालय परिसर से बस द्वारा खटनोल के लिए रवाना हुआ। वहां से लगभग 7 किलोमीटर लंबा तथा कुछ स्थानों पर खड़ी चढ़ाई वाला साहसिक ट्रेक आरंभ हुआ। प्रातः लगभग 10 बजे प्रारंभ हुई यह यात्रा तीन घंटे के भीतर शाली माता शिखर पर पहुँची। विद्यार्थियों ने 9500 फीट की ऊँचाई पर स्थित मंदिर से अद्भुत दृश्यावलोकन किया तथा आत्म-संतोष, साधना और अध्यात्म का अनुभव प्राप्त किया।मां शाली के पवित्र धाम में लगभग तीन घंटे तक समय व्यतीत करने के उपरांत सभी प्रतिभागी दोपहर 4 बजे के आसपास वापसी मार्ग पर चल पड़े। शाम तक सभी विद्यार्थी सकुशल शिमला लौट आए — न केवल शारीरिक रूप से अधिक सशक्त, बल्कि मानसिक एवं आध्यात्मिक रूप से भी समृद्ध अनुभव लेकर।यह ट्रेक विद्यार्थियों के लिए केवल एक साहसिक अभियान नहीं बल्कि आत्म-खोज, सहयोग और सामूहिक चेतना की प्रेरणादायी यात्रा सिद्ध हुई।