ब्यूरो रिपोर्ट शिमला।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सोमवार को दिल्ली से शिमला लौटते ही बहुचर्चित विमल नेगी मौत मामले की समीक्षा करेंगे। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री इस मामले में सख्त व ठोस निर्णय ले सकते हैं और बेलगाम अफसरशाही को कड़ा संदेश देने की तैयारी में हैं।गौरतलब है कि मुख्यमंत्री सुक्खू बीते कुछ दिनों से दिल्ली दौरे पर थे, जहाँ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के अलावा नीति आयोग की बैठक में भाग लिया और 16वें वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ. अरविंद पनगढ़िया से मंत्रणा की। उन्होंने इस दौरान कई केंद्रीय मंत्रियों से भी प्रदेश हित से जुड़े विषयों पर चर्चा की।मुख्यमंत्री के दिल्ली प्रवास के दौरान प्रदेश में विमल नेगी की रहस्यमयी मौत का मामला गरमा गया। हाईकोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपने के आदेश दिए, वहीं शिमला एसएसपी संजीव गांधी ने डीजीपी, मुख्य सचिव और अतिरिक्त मुख्य सचिव तक के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया।इस पूरे घटनाक्रम के बीच विपक्षी भाजपा ने सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ा। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री से इस्तीफे तक की मांग कर डाली। अब मुख्यमंत्री सुक्खू के दिल्ली से लौटने के बाद उच्च अधिकारियों से विचार-विमर्श कर विपक्ष को उसी की भाषा में जवाब देने की संभावना जताई जा रही है।सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना पहले से ही मौजूद थे, जबकि डीजीपी डॉ. अतुल वर्मा बाद में वहां पहुंचे। मुख्यमंत्री ने इन दोनों वरिष्ठ अधिकारियों से इस संवेदनशील मामले पर फीडबैक लिया है और अब शिमला लौटकर वस्तुस्थिति की अलग से समीक्षा करेंगे।इसी बीच डीजीपी डॉ. अतुल वर्मा ने एसपी शिमला संजीव गांधी के खिलाफ अनुशासनहीनता की शिकायत करते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) को पत्र लिखा है। उन्होंने एसपी को निलंबित करने और मामले की विस्तृत विभागीय जांच तथा सीबीआई रिपोर्ट आने तक पुलिस मुख्यालय में रिपोर्ट करने के निर्देश देने की मांग की है।