बाबा इकबाल सिंह की 99वीं जयंती पर मनाया गया विशेष कार्यक्रम

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राजगढ़ (पवन तोमर, ब्यूरो चीफ),

बाबा इकबाल सिंह की 99वीं जयंती के पावन अवसर पर पंजाब राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष बालमुकुंद शर्मा जो की वर्तमान में पंजाब राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं और राज्य भर में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS), मध्याह्न भोजन, और आंगनवाड़ी सेवाओं जैसे खाद्य सुरक्षा कार्यक्रमों की निगरानी करते हैं ने बड़ूसाहिब में आयोजित विशेष समारोह में भाग लिया और अपने प्रेरणादायक विचार साझा किए।  

उन्होंने इटरनल यूनिवर्सिटी और अकाल अकादमी के सभी विद्यार्थियों व स्टाफ को बाबा इक़बाल सिंह जी के जन्मदिन की हार्दिक बधाई दी। दो सत्रों के दौरान विद्यार्थियों ने बाबा इक़बाल सिंह के दूरदर्शी योगदानों को श्रद्धांजलि अर्पित की।  

पंजाब कृषि विश्वविद्यालय में अपने शैक्षणिक अनुभव को साझा करते हुए शर्मा ने कक्षा में एकाग्रता और जैविक खेती में वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने पर बल दिया। उन्होंने विशेष रूप से इज़राइल के जल-कुशल कृषि मॉडल का उल्लेख किया। उन्होंने स्कूल स्तर पर तुलसी और सहजन जैसे पौधों से युक्त पोषण वाटिकाएं विकसित करने की सिफारिश की, जिससे आरंभिक अवस्था से ही स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता को बढ़ावा मिले। उन्होंने कहा कि हमें ऐसी जीवनशैली अपनानी चाहिए जिसमें दवाओं की बजाय पौष्टिक भोजन से ही स्वास्थ्य को बनाए रखा जा सके। उन्होंने अकाल अकादमियों में पोषण वाटिकाएं स्थापित करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी जताई।  

छात्रों के साथ संवाद करते हुए उन्होंने “कोदरे की रोटी” जैसे पारंपरिक व्यंजनों की चर्चा की, जो गुरु नानक देव जी के समय से प्रसिद्ध हैं। उन्होंने बड़ूसाहिब में दिए जा रहे मूल्य-आधारित शिक्षा की प्रशंसा की और छात्रों से आग्रह किया कि वे नैतिक मूल्यों पर आधारित आदर्श इंसान बनने का प्रयास करें।  

शर्मा की पत्नी प्रो. कंचन शर्मा ने भी सभा को संबोधित किया और इटरनल यूनिवर्सिटी की सच्ची, मूल्य-आधारित शिक्षा की सराहना की। उन्होंने विद्यार्थियों को व्यक्तिगत मार्गदर्शन देने की इच्छा जताई और बताया कि आध्यात्मिकता व अनुशासन से युक्त शिक्षा जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करती है। उन्होंने कहा कि धार्मिक और आध्यात्मिक मूल्य जीवन में एक मार्गदर्शक शक्ति का कार्य करते हैं।  

सत्र का समापन कालगीधर सोसाइटी के अध्यक्ष परम श्रद्धेय बाबा दविंदर सिंह और श्रद्धेय डॉ. नीलम कौर के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए किया गया, जिनकी प्रेरणा से यह मूल्य-आधारित शिक्षा संभव हो रही है।  इटरनल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. जसविंदर सिंह ने बलमुकुंद शर्मा का हार्दिक आभार व्यक्त किया, जिन्होंने अपना बहुमूल्य समय निकालकर विश्वविद्यालय के छात्रों को प्रेरित किया।

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