भरमौर (महिंद्र पटियाल, संवाददाता),
शिव नगरी भरमौर में कई ऐसे ऐतिहासिक प्राचीन मंदिर भरमौर की उपरी चोटियों पर विराजमान हैं | क्षेत्र के लोगों की इन देवी-देवताओं में गहन आस्था है सर्दियों के आगमन पर या दिसंबर माह शुरू होने से पहले ही इन उंचाई वाले मंदिरों के कपाट बंद माने जाते हैं | बहुत सारे मंदिर ऐसे हैं जो की खुले में है प्राचीन मान्यताओं के अनुसार इन दिनों देवी- देवता अन्दरोल मतलब अपने निचले मंदिरों पर चोटियों से प्रवेश करते हैं और इस समय मंदिरों में प्रवेश वर्जित माना जाता है | लेकिन आज का युवा वर्ग प्रर्यटन की दृष्टि से व बर्फबारी कम होने पर इन उंचाई वाले मंदिरों में पंहुच जाते हैं, जिसे की हमारी पुरानी पीढ़ी सही नहीं मानती व इसे देवी-देवताओं का अपमान समझती है | सुप्रसिद्ध प्राचीन ऐतिहासिक कार्तिक स्वामी मंदिर कुगती के कपाट भी हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 30 नवंबर को बंद होंगे मंदिर के पुजारी मचलु राम शर्मा, सुन्दर शर्मा, अनिरुद्ध शर्मा,किसो शर्मा, विशाल शर्मा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि 30 नवंबर को सुबह पूजा अर्चना करने के बाद दोपहर 12 बजे पूरे विधि विधान से मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे | उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से निवेदन किया है कि कपाट बंद होने के बाद मंदिर में प्रवेश न करें व आगामी वर्ष 13 अप्रैल को कपाट खुलने पर ही मंदिर में पधारे |