नाहन (संध्या कश्यप, संवाददाता),
सीटू जिला सिरमौर कमेटी आज से लागू किए गए चारों लेबर कोड्स की अधिसूचना की कड़े शब्दों में निंदा करती है और इसे देश के मेहनतकश वर्ग के साथ किया गया खुला धोखा करार देती है। कमेटी का कहना है कि यह फैसला मजदूरों के अधिकार, सुरक्षा, वेतन और संगठन के लोकतांत्रिक अधिकारों पर सीधा हमला है। 2019 से 2025 तक मजदूर देशभर में हड़तालों और व्यापक विरोधों के माध्यम से लगातार अपनी आपत्ति दर्ज कराते रहे हैं, जिनमें 9 जुलाई 2025 की ऐतिहासिक देशव्यापी हड़ताल एक बड़ा मील का पत्थर रही। इसके बावजूद केंद्र सरकार ने सभी परामर्शों, विरोधों और सुझावों को दरकिनार करते हुए एकतरफा तरीके से लेबर कोड्स लागू कर दिए।
सीटू जिला कमेटी ने सभी मजदूरों से आह्वान किया है कि वे 26 नवंबर 2025 को संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के साथ मिलकर जुझारू प्रतिरोध और अस्वीकृति की कार्रवाई में शामिल हों तथा चारों लेबर कोड्स और श्रम शक्ति नीति 2025 को वापस लेने की मांग बुलंद करें। कमेटी ने सभी कार्यस्थलों पर काले बिल्ले पहनने, गेट मीटिंग्स, नुक्कड़ सभाएँ और विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने की अपील भी की है।
जिला महासचिव आशीष कुमार ने कहा कि यह हमला मजदूरों के अधिकारों पर सीधा प्रहार है और इसका डटकर मुकाबला किया जाएगा। उनके साथ जिला अध्यक्ष राजेश तोमर, आंगनवाड़ी यूनियन की जिला महासचिव वीना शर्मा, जिला अध्यक्ष शामा, मिड-डे-मील यूनियन के अध्यक्ष विनीत तथा महासचिव संदीप, औद्योगिक क्षेत्र यूनियन के अध्यक्ष लेखराज और महासचिव बंसी लाल, महामाया टेंपल यूनियन के अध्यक्ष पूरन चंद तथा सुरेश ने भी संयुक्त रूप से कहा कि मजदूर वर्ग इस थोपे गए लेबर कोड्स को स्वीकार नहीं करेगा और संघर्ष को और तेज किया जाएगा।

