मंडी (नितेश सैनी),
विश्व प्रतिजैविक प्रतिरोध जागरूकता सप्ताह के तहत सुंदरनगर में एंटीबायोटिक के सही और जिम्मेदार उपयोग को लेकर एक विशेष जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। इस मुहिम की शुरुआत क्रयाश चैरिटेबल ट्रस्ट ने हिमाचल डेंटल कॉलेज के विद्यार्थियों के सहयोग से की है। अभियान को प्रभावी बनाने के लिए नगर परिषद सुंदरनगर भी सक्रिय रूप से आगे आई है। ट्रस्ट और नगर परिषद अध्यक्ष जितेंद्र शर्मा के बीच विशेष बैठक आयोजित हुई, जिसमें अभियान की रूपरेखा और वार्ड स्तर तक पहुंच सुनिश्चित करने पर विस्तार से चर्चा हुई। अध्यक्ष जितेंद्र शर्मा ने कहा कि एंटीबायोटिक का अनियंत्रित उपयोग एक गंभीर स्वास्थ्य चुनौती बन चुका है, इसलिए जागरूकता फैलाना बेहद जरूरी है। नगर परिषद इस अभियान को हर वार्ड तक पहुंचाने में पूर्ण सहयोग देगी।
ट्रस्ट के संस्थापक डॉ. धर्मेश शर्मा ने बताया कि एंटीबायोटिक का गलत और अनियंत्रित उपयोग आने वाले समय में इलाज़-प्रतिरोधी संक्रमणों को बढ़ावा दे सकता है। इसी उद्देश्य से कॉलेज के विद्यार्थी घर-घर जाकर लोगों से संवाद कर रहे हैं और हैंडबिल्स के माध्यम से समझा रहे हैं कि डॉक्टर की सलाह पर ही एंटीबायोटिक लें, दवा का पूरा कोर्स अवश्य पूरा करें, हल्की बीमारी में स्वयं एंटीबायोटिक शुरू न करें, गलत उपयोग से दवाओं की प्रभावशीलता कम हो जाती है। उन्होंने कहां की नगर परिषद और ट्रस्ट के संयुक्त प्रयासों से शुरू हुआ यह अभियान सुंदरनगर में एंटीमाइक्रोबियल रेज़िस्टेंस (AMR) के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

