भाजपा का मटका फोड़ प्रदर्शन, सरकार, जल शक्ति विभाग व नगर निगम के खिलाफ की नारेबाजी

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सोलन  (ब्यूरो रिपोर्ट ),

सोलन शहर में गहराए सदी के सबसे बड़े महाजल संकट को लेकर मंगलवार को भाजपा ने पुराने उपायुक्त कार्यालय परिसर के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान भाजपा कार्यकर्त्ताओं ने मटके फोड़े तथा सरकार, जल शक्ति विभाग व नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी की। बता दें कि नगर निगम में डिप्टी मेयर का पद भी भाजपा के पास है। जल संकट को लेकर पार्टी द्वारा हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया था। इसमें करीब 5000 लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं। प्रदर्शन के बाद डीसी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर पानी के संकट का समाधान निकालने के लिए आग्रह किया गया।पार्टी का आराेप है कि शहर में पिछले 5 महीने से पेयजल संकट गहराया हुआ है, लेकिन इन माह से स्थितियां बद से बदतर हो गई हैं। लोगों को 8 से 10 दिनों बाद पानी मिल रहा है। स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल भी इस समस्या का समाधान निकालने में अभी तक विफल रहे हैं। भाजपा का आरोप है कि पिछले दिनों मंत्री की अध्यक्षता में नगर निगम व जल शक्ति विभाग के अधिकारियों की अध्यक्षता में हुई बैठक महज औपचारिकता भर थी। प्रदर्शन में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष रश्मी धर सूद, डिप्टी मेयर मीरा आनंद, भाजपा शहरी अध्यक्ष व पार्षद शैलेन्द्र गुप्ता, कुशल जेठी, मुकेश शर्मा, प्रियंका अग्रवाल व भरत साहनी सहित पार्षदों के अलावा नेता व कार्यकर्त्ता मौजूद थे।शैलेन्द्र गुप्ता ने कहा कि पेयजल संकट को लेकर स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल को कोई चिंता नहीं है। कांग्रेस सरकार में शहर में सदी का सबसे बड़ा जलसंकट पैदा हो गया है, लेकिन इस मामले को अभी तक गंभीरता से नहीं लिया गया है। उन्होंने डिप्टी मेयर मीरा आनंद का बचाव करते हुए कहा कि मेयर की उपस्थिति में डिप्टी मेयर की भूमिका होती है। उनके इस्तीफे की मांग करने वालों को पहले मेयर से सवाल करने चाहिए।नगर निगम की डिप्टी मेयर मीरा आनंद ने कहा कि मैं जनता के हितों के लिए धरने पर बैठी हूं। जब से शहर में महाजल संकट गहराया हुआ है तबसे घर पर आराम से नहीं बैठी हूं। गिरि पेयजल योजना से लेकर टैंकों पर जाकर पानी की स्थिति का जायजा लिया। नगर निगम से लेकर जल शक्ति विभाग के अधिकारियाें से इस समस्या का हल निकालने की मांग की।नगर निगम आयुक्त एकता काप्टा ने जलसंकट के लिए डिप्टी मेयर मीरा आनंद पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि वह अपने वार्ड में अधिकारियों के निर्देशों को दर किनार कर अपनी मर्जी से पानी की आपूर्ति कर रही है। इसके कारण शहर में इस तरह की स्थिति पैदा हुई है। रविवार को की मैन के साथ सुबह 5 बजे से रात 3 बजे तक अपने वार्ड में पानी की आपूर्ति की है। इस कारण पूरा सिस्टम प्रभावित हुआ। इससे पूर्व भी यही हाल है। जिस कपूर लॉज पाइप लाइन को लेकर हर बार सवाल खड़े हो रहे हैं उससे सबसे ज्यादा समय के लिए पानी की आपूर्ति वार्ड नम्बर 13 यानी डिप्टी मेयर के वार्ड में ही हो रही है। अब प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 4 दिनों से जल शक्ति विभाग से पर्याप्त मात्रा में पानी की अपूर्ति होने पर मंगलवार को कई क्षेत्रों में चौथे दिन पानी दिया गया। यदि विभाग से इसी तरह पानी मिलता रहा तो एक-दो दिनों के बाद तीसरे दिन भी पानी की आपूर्ति पर विचार किया जा सकता है।शहर में जल संकट है इसमें कोई संदेह नहीं है। हर रोज शहर को 90 लाख लीटर पानी की जरूरत है, लेकिन पानी की आपूर्ति कागजों में औसतन 70 लाख लीटर से अधिक है। सवाल यह है कि यह पानी जा कहां रहा है। हैरानी की बात है कि शहर में कपूर लॉज ऐसी लाइन है जहां पर 30 से 40 घंटे लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। इसकी जांच क्यों नहीं हो रही है। इस क्षेत्र में कभी भी पानी के टैंकर नहीं लगे हैं जबकि इस क्षेत्र में कई नामी होटल व बिल्डरों के फ्लैट हैं। इस लाइन से कुछ एरिया वार्ड नम्बर-12 का भी फीड होता है। यह वार्ड मेयर ऊषा शर्मा का है, जबकि डिप्टी मेयर मीरा आनंद के वार्ड नम्बर-13 व पूर्व डिप्टी मेयर राजीव कौड़ा के पूरे वार्ड को सप्लाई होती है। इसके अलावा वार्ड नम्बर-2 के भी कुछ एरिया को भी इसी लाइन से पानी की आपूर्ति होती है।

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