राजगढ़ (निशेष शर्मा, संवाददाता),
पच्छाद से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर द्वारा अपनी ही सरकार के कार्यकाल में एसडीएम राजगढ़ को ज्ञापन सौंपकर क्षेत्र की समस्याओं को उठाना भाजपा को रास नहीं आया है। भाजपा नेताओं ने इसे हास्यप्रद करार देते हुए कहा कि यह पच्छाद की जनता के साथ भद्दा मजाक है।
भाजपा जिला प्रवक्ता मेलाराम शर्मा और भाजपा मंडल राजगढ़ के अध्यक्ष सुरेश वर्मा ने बुधवार को जारी संयुक्त बयान में कहा कि यह प्रदेश के राजनीतिक इतिहास की पहली घटना है, जब पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और वरिष्ठ मंत्री जैसे पदों पर रहे नेता को अपनी ही पार्टी की सरकार के दौरान अपनी समस्याएं सीधे मुख्यमंत्री के सामने रखने के बजाय एसडीएम के माध्यम से ज्ञापन सौंपने का नाटक करना पड़ रहा है।
नेताओं ने कहा कि मुसाफिर को यह अच्छी तरह से ज्ञात है कि वर्तमान में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार सत्तासीन है और ऐसे में वह चाहें तो मुख्यमंत्री या संबंधित मंत्री से सीधे मिल सकते थे। लेकिन ज्ञापन के माध्यम से समस्याएं उठाना यह दर्शाता है कि कांग्रेस सरकार में वरिष्ठ नेताओं की भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
भाजपा नेताओं ने तंज कसते हुए कहा कि गंगूराम मुसाफिर जैसे वरिष्ठ नेता को अगर मुख्यमंत्री और मंत्रियों से मिलने का समय नहीं मिल रहा तो यह कांग्रेस की आंतरिक स्थिति को उजागर करता है। यह इस बात का संकेत है कि कांग्रेस नेताओं की सरकार में भी उपेक्षा हो रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की राजनीति हमेशा से छल, दिखावे और झूठ पर आधारित रही है और अब जनता इन नाटकों को अच्छी तरह पहचान चुकी है। क्षेत्र की शिक्षित जनता अब कांग्रेस के इन जुमलों में नहीं आने वाली। भाजपा नेताओं ने विश्वास जताया कि वर्ष 2027 के विधानसभा चुनाव में सिरमौर जिले की पांचों विधानसभा सीटों पर जनता कांग्रेस के झूठ और धोखे की राजनीति का मुंहतोड़ जवाब देगी।