ब्यूरो रिपोर्ट कांगड़ा।
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित पौंग बांध (महाराणा प्रताप सागर) में जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। जलस्तर खतरे के निशान की ओर बढ़ने के चलते प्रशासन ने बांध से पानी छोड़ना शुरू कर दिया है, और फतेहपुर व इंदौरा विधानसभा क्षेत्रों सहित पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।फतेहपुर की एसडीएम विश्रुत भारती ने जानकारी देते हुए बताया कि पंडोह बांध से छोड़े गए पानी की वजह से पौंग झील का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। मंगलवार शाम तक जलस्तर 1338 फीट को पार कर गया था। फिलहाल बांध में 1,04,432 क्यूसिक पानी आ रहा है, जबकि 3838 क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है।जानकारी के मुताबिक, एक ही दिन में झील का जलस्तर आठ फीट तक बढ़ गया है। पौंग झील की कुल भंडारण क्षमता 1410 फीट है, जबकि 1390 फीट को खतरे का निशान माना जाता है। जलस्तर यदि 1360 फीट को पार करता है, तो मुख्य गेट खोलकर अतिरिक्त पानी छोड़ा जाता है।स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) ने रे, स्थाना, रियाली और टैरेस जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में हूटर आधारित अर्ली वार्निंग सिस्टम सक्रिय कर दिए हैं। पानी छोड़ने से पहले ये हूटर लोगों को सतर्क करने के लिए बजाए जाएंगे।प्रशासन ने व्यास नदी के किनारे बसे मंड क्षेत्र के लोगों को सख्त चेतावनी दी है कि वे नदी के पास न जाएं। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित होने या सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।एसडीएम विश्रुत भारती ने लोगों से अपील की है कि वे प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें और किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें। यह स्थिति आने वाले दिनों में और गंभीर हो सकती है, यदि जलस्तर यूं ही बढ़ता रहा।