ब्यूरो रिपोर्ट कांगड़ा।”
रिश्तों की मिसाल पेश करती एक सच्ची और भावुक कर देने वाली खबर… हिमाचल प्रदेश के फतेहपुर तहसील के हौरी गांव से आई है, जहां एक बहन ने अपने भाई के लिए अपनी एक किडनी दान कर दी। यह कहानी है प्यार, त्याग और निस्वार्थ भावनाओं की… जो आज के समय में बहुत दुर्लभ होती जा रही हैं।””फतेहपुर की 38 वर्षीय अंजू बाला ने वो कर दिखाया, जो बड़े-बड़े शब्द नहीं, बल्कि बड़ा दिल करने का साहस मांगता है। उनके 41 वर्षीय भाई स्वरूप लंबे समय से किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित थे, और डॉक्टरों ने साफ कह दिया था कि किडनी ट्रांसप्लांट ही आखिरी विकल्प है। ऐसे में अंजू ने बिना एक पल गवाएं अपनी एक किडनी भाई को देने का फैसला लिया।””ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया टांडा मेडिकल कॉलेज में की गई। जहां डॉक्टरों की एक विशेषज्ञ टीम ने इस जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। यह टांडा कॉलेज का 12वां सफल किडनी ट्रांसप्लांट था।””सर्जरी टीम में टांडा नेफ्रो विभाग के एचओडी डॉ. अभिनव, डॉ. अमित शर्मा के साथ-साथ पीजीआई चंडीगढ़ से आए डॉ. आशीष, डॉ. संजीव, डॉ. कुशल और डॉ. पीयूष भी शामिल रहे। इस कार्य में समन्वयक नीरज जामवाल और कल्पना शर्मा ने भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।”