शिमला (विकास शर्मा, ब्यूरो चीफ0,
हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान, द्वारा दिनांक 21मार्च’ 2025 को “अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस” का आयोजन पॉटर हिल, समरहिल, शिमला में किया गया । विस्तार प्रभाग प्रमुख, डॉ. विनीत जिष्टू, ने हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान शिमला ने अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला और विद्यार्थीयों को वन एवं पर्यावरण के प्रति सजग रहने के लिए प्रेरित किया । उन्होने कहा कि अंतराष्ट्रीय वन दिवस इस वर्ष की थीम वन और भोजन पर आधारित है जिसमें खाद्य सुरक्षा, पोषण और आजीविका में वनों की महत्वपूर्ण भूमिका का महत्व पर जागरूकता लाना है । कार्यक्रम में 5 स्कूलो क्रमशः बल्देया, बालूगंज, टुटु, समरहिल, चौड़ा मैदान के 75 विद्यार्थियों ने पेंटिंग, स्लोगन, क्विज प्रतियोगिता में भाग लिया । डॉ. संदीप शर्मा, निदेशक, हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान, शिमला ने कहा इस दिन का उद्देश्य वैश्विक खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने, आजीविका को बनाए रखने और जैव विविधता को बढ़ावा देने में वनों की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाना है । वनों से हमे कई तरह के फल, सब्जी प्राप्त होते है जो पोषक तत्व से भरपूर होते हैं जिनके खाने से हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है । वन वन-निर्भर समुदायों, विशेष रूप से स्वदेशी लोगों के अस्तित्व के लिए आवश्यक हैं, और कार्बन को संग्रहीत करके जलवायु परिवर्तन शमन में योगदान करते हैं। उन्होने छात्रों को पौधरोपण और वनो के संरक्षण के लिए प्रेरित किया I
श्री विनोद रांटा, उप अरण्यपाल ने कहा कि वन भोजन, ईंधन, आय और रोजगार के लिए आवश्यक हैं । वन मिट्टी की उर्वरता का समर्थन करते हैं, जल संसाधनों की रक्षा करते हैं और जैव विविधता के लिए आवास प्रदान करते हैं। वन विभिन्न प्रकार की पशु प्रजातियों का घर हैं जो जैव विविधता का समर्थन करते हैं और महत्वपूर्ण परागणकर्ता हैं । विद्यार्थियों के लिए वन पर्यावरण से संबन्धित पेंटिंग ,नारा-लेखन एवं क्विज़ प्रतियोगितायेँ भी कारवाई गई । नारा लेखन में क्रमशः राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, टूटू की प्रिशा जोशी, समरहिल की रेखा और चौड़ा मैदान की काव्या ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किया एवं पेंटिंग प्रतियोगिता में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बालुगंज से करुणा, चौड़ा मैदान से लतिका और समरहिल से प्रिया ने क्रमशः प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किए । प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टूटू की प्रिशा जोशी और पुनीत ने प्रथम स्थान प्राप्त किया जबकि चौरा मैदान से अंजु एवं संयम कौशल तथा समरहिल से अंशुमन गिल और हर्षित शर्मा क्रमशः द्वितीय और तृतीय स्थानों पर रहे । डॉ. जोगिंदर सिंह चौहान, ने कहा कि वनों के सरंक्षण मे प्रत्येक व्यक्ति को महत्वपूर्ण योगदान देना अति आवश्यक है । वन भोजन, ईंधन, आय और रोजगार प्रदान करने के अलावा, मिट्टी की उर्वरता का समर्थन करते हैं, जल संसाधनों की रक्षा करते हैं, और महत्वपूर्ण परागणकों सहित जैव विविधता के लिए आवास प्रदान करते हैं । इस अवसर पर संस्थान से कुलवंत राय गुलशन,राजेन्दर पाल, स्वराज सिंह, ब्रिज, पंकज, अंकुश, इब्राहिम, श्र्व्या, कल्पना, नीरजा भी उपस्थित थे ।