राजगढ़ (निशेष शर्मा, संवाददाता),
पच्छाद विधानसभा क्षेत्र की विधायक रीना कश्यप ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा प्रस्तुत प्रदेश बजट को निराशाजनक और दिशाहीन करार दिया है। उनका कहना है कि चुनावी वादों का इस बजट में कोई जिक्र नहीं है, जिससे जनता ठगी हुई महसूस कर रही है। उन्होंने विशेष रूप से किसानों, बागवानों, कर्मचारियों, युवाओं और महिलाओं के लिए कोई ठोस राहत नहीं मिलने पर चिंता जताई। रीना कश्यप ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने महिलाओं को हर महीने ₹1500 देने का वादा किया था, लेकिन यह वादा अब तक पूरा नहीं हुआ। उन्होंने पात्रता आयु सीमा को 21 वर्ष निर्धारित करना महिलाओं के साथ अन्याय बताया। बजट में आशा वर्करों और मल्टी टास्क वर्करों के मानदेय में की गई मामूली वृद्धि को भी बेहद कम बताया गया।
उन्होंने सरकार पर कर्मचारियों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि कर्मचारियों की जायज मांगों को नजरअंदाज किया गया है। धार्मिक स्थलों के लिए बजट में प्रावधानों पर भी उन्होंने सवाल उठाए, विशेषकर राजगढ़ के ऐतिहासिक शाया मंदिर और सराहं के भुरेश्वर देवता मंदिर को बजट में शामिल न किए जाने को लेकर। विधायक ने नारग में आदर्श स्वास्थ्य केंद्र न खोले जाने और सराहं अस्पताल के 100 बेड के न करने पर भी निराशा व्यक्त की। उनका कहना है कि यह बजट जनता को गुमराह करने वाला और असत्य का पुलिंदा है, जिसमें विकास के लिए ठोस योजनाएं और राहत के प्रावधान नहीं हैं।