राजगढ़ (पवन तोमर, ब्यूरो चीफ),
राजगढ़ के समीप मनौण गांव की होनहार बेटी दिव्यांशी भारद्वाज ने हिमाचल प्रदेश न्यायिक सेवा की प्रारंभिक (प्रिलिमिनरि) परीक्षा उतीर्ण करके अपने माता पिता और क्षेत्र का नाम रोशन किया है । सबसे अहम बात यह है कि इस बेटी ने बिना किसी कोचिंग के यह परीक्षा पास की है । बुंद्धिजीवी वर्ग का कहना है कि इस कठिन परीक्षा को उतीर्ण करना बहुत बड़ी बात है । बता दें कि दिव्यांशी ने दसवीं तक की शिक्षा डीएवी स्कूल राजगढ और 12वीं कक्षा चिन्मय स्कूल नौणी सोलन से उतीर्ण की है । तदोपंरात इन्होने लॉ की डिग्री एलआर इंस्टीच्यूट सोलन से उतीर्ण की है । इनकी इस प्रारंभिक सफलता से समूचे राजगढ़ क्षेत्र में प्रसन्नता का महौल है । बता दें कि दिव्यांशी एक साधारण परिवार से संबध रखती है । इनके माता पिता का कहना है कि दिव्यांशी बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि की धनी रही है तथा हर क्लास में अव्वल आती रही है ।
दिव्यांशी ने बताया कि बीते 2 मार्च को हिप्र न्यायिक सेवा के लिए प्रारंभिक परीक्षा ली गई थी जिसमें हजारों लॉ ग्रेजुएट युवाओं ने भाग लिया था, जिसमें केवल 427 युवाओं ने यह परीक्षा उतीर्ण की है । उन्होने बताया कि आगामी 30 मार्च को मुख्य परीक्षा होगी । उन्होने बताया कि उनका उददेश्य न्यायिक सेवा के माध्यम से लोगों को न्याय दिलाना है, जिसके लिए वह दिन रात कड़ी मेहनत करेगी । लोगों ने दिव्यांशी को मेन परीक्षा तैयारी करने के लिए अपनी शुभकामनाएं दी है ।