राजगढ़ (निशेष शर्मा, संवाददाता),
निदेशालय महिला एवं बाल विकास हिमाचल प्रदेश के अधीन संचालित बाल विकास परियोजना राजगढ़ के द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के अंतर्गत राष्ट्रीय बालिका दिवस 2025 का आयोजन किया गया । एक दिवसीय शिविर का आयोजन पर्यवेक्षक वृत्त चुरवाधार की ग्राम पंचायत दीदग में किया गया | जिसमे प्रधान ग्राम पंचायत दीदग कल्पना, बाल विकास परियोजना अधिकारी राजगढ़ पवन कुमार, आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डॉ नन्द किशोर, चिकित्सा अधिकारी, डॉ सहज, वृत्त पर्यवेक्षक कृष्णा माल्टा, बिमलेश शर्मा, प्रोमिला शर्मा एवं सतिंदर कौर एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहित स्वयं सहायता समूहों, महिला मंडल की सदस्य, पंचायत के सहभागियों सहित महिलाओं ने भाग लिया |
मुख्यातिथि प्रधान ग्राम पंचायत दीदग कल्पना ने समाज में बेटियों की भागीदारी पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी और बेटियों के प्रति समाज में व्याप्त नकारात्मक सोच को समाप्त करने का आह्वान किया । इस बारे उन्होंने समस्त जनसमूह से इसकी शुरुआत अपने घर, अपने आसपास से करने की आवश्यकता पर बल दिया । बाल विकास परियोजना अधिकारी पवन कुमार ने भारत सरकार व विभाग द्वारा चलाए जा रहे बेटियों को पढ़ाने के कार्यक्रम की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया । इस हेतु भारत सरकार द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम के द्वारा बेटियों की शिक्षा पर बढ़ावा दिया जा रहा है । शिक्षा के माध्यम से लड़कियों को सामाजिक और वित्तीय रूप से स्वतंत्र बनाया जा रहा है । समाज में इन कुरीतियों के प्रति आम नागरिक की जिम्मेदारी निभाने बारे भी आम जन से अपील की । इस प्रकार के आयोजन का मुख्य उद्देश्य ही समाज में व्याप्त विचारधारा को बदलना है ।
उन्होंने बताया कि आज के प्रगति कर चुके समाज में भी हम बच्चों के पालन पोषण करते हुए ही लड़का और लड़की में भेदभाव करना शुरू कर देते है, जिस से कि भविष्य के लिए हम फिरसे महिलाओं के प्रति भेदभाव के बीज बोना जैसे कार्य कर, उनके सम्मान को कम कर देना तय कर देते हैं । जन कल्याण हेतु चलाई जा रही विभागीय योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी जैसे मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना , मुख्य मंत्री सुख शिक्षा योजना, वन स्टॉप सेंटर, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना , मुख्यमंत्री शगुन योजना , बेटी है अनमोल योजना के बारे में भी अवगत कराया गया |
आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी ने सभी महिलाओं को पोष्टिक आहार के साथ ही अपने खान पान के व्यवहार में बदलाव लाने बारे विचार व्यक्त किए। चिकित्सा अधिकारी, डॉ सहज ने मासिक धर्म पर जानकारी दी तथा मासिक धर्म के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों बारे बालिकाओं को जागरूक किया। विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर चुकी बालिकाओं को इस अवसर पर सम्मानित किया गया । साथ ही बेटी जन्मोस्तव का आयोजन भी किया गया जिसमे हाल ही में जन्मी बालिकाओं के अभिभावकों को उपहार भेंट कर सम्मानित किया गया । इस प्रकार के आयोजन का मुख्य उद्देश्य बेटियों के प्रति समाज के दृष्टिकोण में बदलाव करना है ।