सराहां (अशोक चौहान, संवाददाता),
निदेशालय महिला एवं बाल विकास के अधीन बाल विकास परियोजना अधिकारी पच्छाद द्वारा आज प्रियंका चंद्रा,उपमंडलाधिकारी पच्छाद की अध्यक्षता में वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मेंहदोबाग में ” राष्ट्रीय बालिका दिवस ” का आयोजन किया गया। उक्त शिविर में विद्यालय के 110 बच्चों ने भाग लिया। सर्वप्रथम दीपक चौहान, बाल विकास परियोजना अधिकारी पच्छाद ने उपमंडलाधिकारी पच्छाद प्रियंका चंद्रा का कार्यक्रम की अध्यक्षता करने पर स्वागत किया | तत्पश्चात सरकार के द्वारा “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” कार्यक्रम के सफल 10 वर्ष पूर्ण होने के सबको बधाई दी | उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के सफल होने का श्रेय क्षेत्र की समस्त जनता विशेषकर महिलाओं को दिया, जिनके सहयोग के कारण प्रदेश के लिंग अनुपात में सुधार हो सका। इस कार्यक्रम में शुरुआती दुश्वारियों का भी जिक्र किया, लेकिन वर्तमान में बेटियों की जनसंख्या में बढ़ोतरी एवं बेहतर शिक्षा प्राप्त करने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने विभाग द्वारा किशोरियों तथा महिलाओं के हित में विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर डॉक्टर मीनू ,आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी द्वारा किशोरियों को मासिक धर्म से जुड़े भ्रमों को दूर करते हुए कहा कि ये एक नियमित प्रक्रिया है जिसमे डरने की कोई आवश्यकता नहीं है, जरूरत केवल पौराणिक रीति रिवाजों को तिलांजलि देकर मासिक धर्म स्वच्छता की ओर ध्यान देने का है।किशोरियों से आवाहन किया कि वे अपने मासिक धर्म अवस्था में केवल अपनी स्वच्छता, संतुलित पोषाहार, योग क्रिया की ओर ध्यान दें। इस अवसर पर डॉक्टर समीक्षा बेदी, चिकित्सा अधिकारी जामुन की सेर द्वारा भी मासिक धर्म के समय शरीर में हो रहे बदलाव की ओर ध्यान दिलाते हुए बताया कि किशोरियाँ एवं महिलाएं कैसे अपने आप को स्वस्थ एवं स्वच्छ रख सकती है। उन्होंने उपस्थित प्रतिभागियों को कहा कि जब मासिक धर्म की शुरुआत किसी भी किशोरी को होती है तो वे इसकी चर्चा घर में अपने माता अथवा किसी महिला से जरूर करे तथा यदि मासिक धर्म के अनियमित होने का एहसास हो तो इस अवस्था में चिकित्सीय परामर्श करना सुनिश्चित करे एवं इस दशा में अपने खान पान एवं गुप्तांगों की स्वच्छता का ध्यान अवश्य रखे।








प्रियंका चंद्रा, उपमंडलाधिकारी पच्छाद द्वारा सर्वप्रथम अपने संबोधन में उपस्थित समस्त किशोरियों एवं किशोरों को राष्ट्रीय बालिका दिवस की ढेरों बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” कार्यक्रम के सफल 10 वर्ष पूर्ण होने पर बधाई दी और कार्यक्रम के फलस्वरूप बेटियों की भ्रूण हत्या जैसे कुकृत्य में हुई कमी का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने बाल विकास परियोजना अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि उनका विभाग प्रत्येक गर्भवती महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे की निरंतर निगरानी होती रहनी जरूरी है विशेषकर जिनके पास दो या इससे अधिक बेटियां पहले से हो। उन्होंने मासिक धर्म के विषय में फैली भ्रांतियों को दूर करते हुए अपने बालिका अवस्था के दौरान मासिक धर्म के बारे में डर का भी उल्लेख किया। उन्होंने बालकों से भी अनुरोध किया कि वे भी बालिकाओं में मासिक धर्म अवस्था के दौरान उनको कोई समस्या आती हो तो बालिकाओं का उपहास न कर उनका सहयोग करे। उन्होंने लड़कियों के हर क्षेत्र में अग्रसर और उन्नतिया हासिल करने की बधाई दी और आशा की कि वे अपनी उच्च शिक्षा ग्रहण कर अपने माता पिता का नाम रोशन करेंगी तथा देश के विकास में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिला कर पूर्ण सहयोग देंगी तथा भविष्य में एक अच्छी मां भी साबित होंगी।
उन्होंने समस्त बालक बालिकाओं को ड्रग्स के दुष्प्रभावों बारे महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की तथा सभी को इसके संपर्क में आने से बचने का आग्रह किया तथा केवल और केवल शिक्षा प्राप्त करने तथा प्रतियोगी परीक्षाओं की अभी से कदम दर कदम अभ्यास डालने को कहा। उनके कथन अनुसार केवल किताबें ही सर्वश्रेष्ठ मित्र होते है।इस अवसर पर उनके द्वारा समस्त किशोरियों एवं किशोरों को भी सैनिटरी पैड्स वितरित किए। अंत में मुरली मनोहर गुप्ता प्रधानाचार्य वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मेंहदोबाग ने उपमंडलाधिकारी पच्छाद के विद्यालय परिसर में आने पर धन्यवाद किया और आश्वासन दिया कि आज के कार्यक्रम में बताई गई बातों का विद्यालय में चर्चा परिचर्चा कर व्यावहारिक बनाया जाएगा। इस अवसर पर पर्यवेक्षक सुषमा, SMC अध्यक्ष, पंचायत प्रधान सहित विद्यालय का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।