सोलन (ब्यूरो रिपोर्ट),
राष्ट्रीय आविष्कार अभियान (RAA) के तहत सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सानियों दीदग के कक्षा 8वीं से 12वीं तक के छात्रों ने डॉ. वाई.एस. परमार बागवानी और वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी का एक दिवसीय शैक्षिक दौरा किया। इस यात्रा का उद्देश्य छात्रों में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देना और उन्हें आधुनिक अनुसंधान और नवाचार से रूबरू कराना था। दौरे के दौरान छात्रों ने विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों का दौरा किया, जिसमें पौधशाला विज्ञान, वानिकी, और फ्लोरीकल्चर विभाग शामिल थे। विशेषज्ञों ने छात्रों को पौधों की उन्नत प्रजातियों, रोग प्रबंधन, और आधुनिक कृषि तकनीकों की जानकारी दी। जैव प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला में छात्रों ने पौधों के ऊतक संवर्धन (टिशू कल्चर) और आनुवंशिक अनुसंधान के प्रयोगों को देखा और उनके महत्व को समझा।
छात्रों के लिए एक संवाद सत्र का आयोजन भी किया गया, जिसमें वरिष्ठ वैज्ञानिकों और प्रोफेसरों ने छात्रों के प्रश्नों के उत्तर दिए और विज्ञान एवं अनुसंधान में करियर की संभावनाओं पर चर्चा की। दौरे के दौरान छात्रों ने व्यावहारिक गतिविधियों में भाग लिया, जैसे पौधारोपण, माइक्रोस्कोप से पौधों के रोगों का अध्ययन, और प्रयोगशाला उपकरणों का संचालन। शिक्षक रचना और विक्रांत स्माइक ने इस दौरे को छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अनुभव बताया और कहा कि इस तरह के शैक्षिक दौरे छात्रों में विज्ञान के प्रति रुचि जगाते हैं। छात्रों ने इस दौरे को बेहद ज्ञानवर्धक बताया और कहा कि यह उनके करियर के लिए मार्गदर्शक साबित होगा। राष्ट्रीय आविष्कार अभियान का यह प्रयास छात्रों के उज्जवल भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।