शिमला (विकास शर्मा, ब्यूरो चीफ),
हिमाचल प्रदेश एक शांति प्रिय राज्य है, लेकिन लगातार इस राज्य में हत्या जैसे मामले बढ़ रहे है| ऐसा ही मामला बीते दिन कोटखाई क्षेत्र में सामने आया, जिसमें नेपाली मूल के व्यक्ति ने अपने साथी को मौत के घाट उतार दिया | जानकारी देते हुए डीएसपी ठियोग सिद्धार्थ शर्मा ने बताया कि बीते 2 मई को संदीप सावंत पुत्र ने लिखित बयान पीएस कोटखाई में दर्ज करवाया कि जगदीश सावंत निवासी ग्राम जलतार, तहसील कोटखाई, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि बगीचे में काम करने के लिए उनके पास नेपाली मूल के दो परिवार है, जिसमे लोकेश और उनकी पत्नी और 2 बच्चे तथा देव और उनकी पत्नी और 4 बच्चे नेपाली मूल के हैं। 2 मई को लोकेश की पत्नी ने उसे फोन करके बताया कि लोकेश 1 मई की रात से घर नहीं आया है। जिस पर उन्होंने अन्य नेपाली मूल के लोगों के साथ मिलकर लोकेश को हर जगह तलाश किया। तलाश और पूछताछ करने पर पता चला कि लोकेश ने अपने दोस्तों गंगाराम, चुनू शर्मा, ओपेंदर और देव के साथ आईपीएच टैंक के पास निहारी में शराब पी थी। ओपनर निहारी से अपने डेरे पर चला गया और कुछ समय बाद गंगाराम और चुनू शर्मा अपने डेरे पर चले गए और कुछ समय बाद लोकेश और देव भी निहारी से अपने डेरे पर चले गए, इसके बाद लोकेश ने लगभग 8:30 बजे अपनी पत्नी को फोन किया।
उन्होंने लोकेश को हर संभावित स्थान पर खोजा, लेकिन लोकेश नहीं मिला। जिस पर उसने थाना कोटखाई में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई। एसआई/एसएचओ अंकुश ने स्टाफ के साथ निहारी और आसपास लोकेश की तलाश की। जिस पर संदीप सावंत ने एसआई अंकुश को अपना बयान दर्ज कराया, जिस पर पीएस कोटखाई में उपरोक्त एफआईआर दर्ज की गई । मामले की जांच एसआई/एसएचओ अंकुश पीएस कोटखाई द्वारा की गई । जांच के दौरान जब लापता लोकेश की तलाश क्षेत्र में की गई, तो पता चला कि अंतिम समय में लोकेश के साथ ग्राम नेगलचला सदन वास नगर पालिका वार्ड नं. निवासी देउल बुढ़ा उर्फ देव पुत्र ईवाबेन बुढ़ा भी था। 1 आंचल राप्ती जिला सल्यान नेपाल, जिस पर लोकेश के परिजनों के साथ देउल बूढ़ा उर्फ देव की तलाश की गई, उनकी मुलाकात कोटखाई में हुई थी | पूछताछ में उसने बताया कि उसने अपने साथी ओपेंद्र के साथ मिलकर निहारी जंगल में एक पत्थर की गुफा में लोकेश की हत्या कर दी। जिस पर आरोपी को 3 मई की रात्रि 8.30 बजे कोटखाई बाजार के पास से गिरफ्तार किया गया।
आरोपी देउल बूढ़ा उर्फ देव ने आईपीसी की धारा 27 के तहत अपना बयान दर्ज कराया, जिस पर आरोपी को निहारी जंगल में ले जाया गया, जहां एक पत्थर की गुफा की निशानदेही पर लोकेश का शव बरामद किया गया। इसकी पहचान लोकेश के चचेरे भाई लच्छी धामी ने की। इस मामले में धारा 302, 34 201 आईपीसी जोड़ी गई है | मृतक लोकेश के शव को पोस्टमार्टम के लिए शवगृह सीएचसी कोटखाई में रखा गया है और आज आईजीएमसी शिमला में पोस्टमार्टम किया गया।