इंदौरा 19 अगस्त : (ब्युरो रिपोर्ट) उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में बरसात के कारण जलशक्ति विभाग को प्रारंभिक अनुमान के तहत अब तक 2000 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है। यह जानकारी उन्होंने आज इंदौरा तथा फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में नुकसान का जायजा लेने के उपरांत दी।
उन्होंने बताया कि गत दिनों व्यास नदी में आई भयंकर बाढ़ से जलस्तर बढ़ने के कारण कांगड़ा ज़िला के मंड क्षेत्र के तहत इंदौरा तथा फतेहपुर में लोगों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि पौंग जलाशय के बहाव क्षेत्र में बाढ़ के कारण इंदौरा और फतेहपुर क्षेत्र की 27 पंचायतें प्रभावित हुई हैं, जिनमें से 22 पंचायतें सबसे अधिक प्रभावित हुई हैं। प्रारम्भिक अनुमान में इन क्षेत्रों में लोक निर्माण विभाग को 54 करोड़, जल शक्ति विभाग को 31 करोड़ जबकि विद्युत विभाग को 4 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि बाढ़ के कारण अभी भी अधिकतर क्षेत्र पानी में डूबे हुए हैं जिस कारण इन क्षेत्रों में नुकसान का सही आंकलन करना अभी संभव नहीं है । उन्होंने कहा कि जैसे ही इन क्षेत्रों में पानी का स्तर कम होगा तो नुकसान का वास्तविक आंकलन कर प्रभावित परिवारों को राहत पहुंचाने के साथ उनके स्थाई पुनर्वास को सुनिश्चित बनाया जाएगा।
प्रभावित परिवारों से मिलकर दिया मदद का भरोसा।
मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि इन क्षेत्रों से लगभग 4 हज़ार लोगों को प्रशासन तथा लोगों के सहयोग से सुरक्षित निकाला जा चुका है। उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना, सेना, राष्ट्रीय एवं राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल और पुलिस ने बचाव अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि बाढ़ के कारण हुए नुकसान का आज प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक करने के अतिरिक्त मौके पर जाकर नुकसान का जायजा लिया है।
उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में बाढ़ से होने वाले नुकसान के पीछे अवैध खनन भी एक मुख्य कारण रहा है। जिस कारण तटों की स्थिति बिगड़ने की वजह से पानी का बहाव गांव तथा खेतों की तरफ मुड़ा है। जिससे इस क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए व्यास नदी का चरणबद्ध तटीयकरण करने का मामला केंद्र सरकार से उठाया है तथा इस मामले को पुनः केंद्र सरकार से उठाया जाएगा।
मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार ने केंद्र से राज्य में घटित इस भयंकर त्रासदी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का मांग की है । इसके अतिरिक्त राज्य को हुए नुकसान के लिए 2 हज़ार करोड़ रुपए की राहत राशि शीघ्र जारी करने का आग्रह किया है। लेकिन केंद्र से अभी तक कोई विशेष सहयोग नहीं मिला है।
मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि पिछले 50 वर्षों में यह राज्य की सबसे विनाशकारी प्राकृतिक आपदा है। जिससे प्रदेश को 10 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है। इसके अतिरिक्त 350 लोगों की बहुमूल्य जिंदगियां चली गई हैं तथा 50 लोग अभी लापता हैं। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में सड़कें, जल आपूर्ति और बिजली को बहाल करने के लिए भी विभागों द्वारा युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने इस दौरान लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग और बिजली बोर्ड के अधिकारियों को और अधिक तेज गति से कार्य करने के निर्देश दिए। जिन प्रभावित क्षेत्रों में अभी तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई है उन्होंने उन क्षेत्रों में जनरेटर से विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित बनाने के अधिकारियों को निर्देश दिए।
उन्होंने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित निकालने के साथ राहत व पुनर्वास कार्यों में विधायक मलेंद्र राजन तथा भवानी पठानिया के साथ-साथ प्रशासन व सभी विभागों की तत्परता से कार्य करने के लिए उनकी तारीफ की। जो दिनरात पीड़ित मानवता की सेवा में डटे रहे। उपमुख्यमंत्री ने राधा स्वामी सत्संग भवन बडूखर में प्रशासन द्वारा स्थापित राहत शिविर में लोगों से बातचीत की तथा उन्हें प्रदेश सरकार की तरफ से हर संभव सहायता पहुंचाने का भरोसा दिया। इसके उपरांत उन्होंने राहत शिविर में लोगों के साथ भोजन किया। इस मौके पर फतेहपुर के विधायक भवानी पठानिया तथा इंदौरा के विधायक मलेंद्र राजन ने अपने-अपने क्षेत्र में बाढ़ से हुए नुकसान का ब्यौरा उपमुख्यमंत्री के सम्मुख रखा तथा उनसे इस क्षेत्र के लिए उदार वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाने का आग्रह किया ताकि प्रभावित परिवारों को आपदा से हुए नुकसान की भरपाई हो सके।
इस अवसर पर विधायक भवानी पठानिया, मलेंद्र राजन, पुलिस जिला नूरपुर के पुलिस अधीक्षक अशोक रतन, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी रोहित राठौड़, एसडीएम इंदौरा डॉ सुरेंद्र ठाकुर, एसडीएम फतेहपुर विश्रुत भारती, जलशक्ति विभाग के मुख्य अभियंता सुरेश महाजन, अधीक्षण अभियंता विकास बक्शी, लोक निर्माण के अधीक्षण अभियंता महिंद्र धीमान, डीएसपी विशाल वर्मा सहित अन्य विभागों के अधिकारी व कांग्रेस पदाधिकारी उपस्थित रहे।