मंडी (नितेश सैनी/संवाददाता),
जहरीले शराब कांड से 8 लोगों की मौत के एक साल के बाद फिर से जिला मंडी सुंदरनगर अवैध शराब का अड्डा बन गया है। बीते 24 घंटे में सुंदरनगर के विभिन्न पुलिस थानों में अवैध शराब को लेकर 5 एफआईआर दर्ज हुए हैं। इसमें से एक प्राथमिकी में सुंदरनगर में पूर्व में शराब का कारोबार करने वाले कारोबारी पर अवैध तौर पर शराब बेचने का आरोप लगाया गया है। जबकि एक अन्य एफआईआर में वर्तमान ठेकेदार पर अपने ठेकों पर बिना लाइसेंस वाली शराब बेचने और खरीदने के आरोप को लेकर एफआईआर दर्ज कराई गई है। लेकिन अनधिकृत सोर्स से शराब लोग खरीद रहे है,जिसकी गुणवत्ता को लेकर प्रश्न चिन्ह खड़े हो गए हैं। इसे कारोबारियों में वर्चस्व की लड़ाई के तौर पर भी देखा जा रहा है। पुलिस में मामले दर्ज होने के बाद आबकारी विभाग भी जग गया है। मंडी पुलिस और आबकारी विभाग के सहायक आयुक्त के नेतृत्व में विशेष टीम द्वारा सुंदरनगर में विभिन्न ठेकों से शराब के सैंपल भी भरे गए हैं। बता दें कि इस मामले में विवाद तब शुरू हुआ है जब पुलिस थाना सुंदरनगर में क्षेत्र के अधिकृत शराब ठेकेदार अजय वर्मा पुत्र अनंत राम वर्मा निवासी गांव व डाकघर मैड़ तहसील और जिला हमीरपुर ने पूर्व के ठेकेदार अश्विनी कौशल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई। शिकायतकर्ता ने सुंदरनगर शहर के भोजपुर में दो व्यक्तियों से दो बोतल वीआरवी संतरा बरामद की है। आरोप लगाया है कि यह पूर्व के ठेकेदार अश्वनी के गोदाम से बेची गई है। जबकि वर्तमान शराब के ठेकेदार के खिलाफ राजेश कुमार पुत्र सिंघराम निवासी चांगर के थाना सुंदरनगर में प्राथमिकी दर्ज करा आरोप लगाया है कि अनंत राम वर्मा व उसके पार्टनर के सुंदरनगर और नेरचौक में 2023-24 के लिए शराब के ठेके है। यह लोग आपराधिक प्रवृति के है और अपने ठेकों पर नकली शराब भी बेचते है। शिकायतकर्ता ने कई ठेकों के नाम भी एफआईआर में दिए है जिनमें बिना लाइसेंस वाली शराब व अवैध शराब बेचने और खरीदने का धंधा किया जा रहा है।