चंबा (एम एम डैनियल/ब्यूरो चीफ),
हिमाचल प्रदेश में कर्मचारियों के लिए 2003 में बंद हुई पुरानी पेंशन योजना को फिर से लागू करके हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इतिहास कायम कर दिया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार ने इसे लागू करने का निर्णय कैबिनेट में स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) को मंजूरी देकर किया है। इस दिशा में जारी एक बयान में एनपीएस कर्मचारी महासंघ जिलाध्यक्ष सुनील जरयाल ने कहा कि वर्ष 2003 से 2023 के दौरान सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों को पेंशन लाभ देना मुख्यमंत्री की दरियादिली का परिचय है। उन्होंने कहा कि एक अप्रैल 2023 से अब सभी कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना का लाभ ले पाएंगे। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश के कर्मचारी पिछले 9 वर्षों से पुरानी पेंशन योजना के लिए लगातार संघर्ष करते आ रहे थे। पुरानी पेंशन पाने के लिए कर्मचारियों ने खंड स्तर, जिला स्तर और राज्य तथा केंद्रीय स्तर पर भी कई बार धरने प्रदर्शन कर एनपीएस के प्रति रोष प्रकट किया है। लेकिन पूर्व में कोई भी सरकार उनकी इस मांग को पूरा नहीं कर पाई थी। महासंघ जिलाध्यक्ष जरयाल ने कहा कि एसोसिएशन हिमाचल प्रदेश सरकार के लिए शानदार आभार समारोह करेगी। जिसमें जिला के सभी कर्मचारी शामिल रहेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का जिला चंबा के संगठन के महिला एवम पुरुष विंग के 15 खंड प्रधानों उनकी समस्त कार्यकारिणी , जिला कार्यकारणी एवं राज्य कार्यकारणी के सदस्यों की तरफ से भी सरकार का धन्यवाद किया है। वहीं उन्होंने बताया कि पूर्व किए गए आंदोलन में उनके सहयोगी रहे समस्त जिला कार्यकारिणी सदस्य, राज्य कार्यकारिणी सदस्य, सभी खंडों की कार्यकारिणी और सभी एनपीएस कर्मचारियों के अलावा पुरानी पेंशन में आने वाले कर्मचारी साथियों, सेवानिवृत्त हो चुके कर्मचारी साथियों और भिन्न भिन्न कर्मचारी संगठनों के जिला अध्यक्ष उनकी कार्यकारिणी जिला से खंड तक , सहयोगी एनजीओ के साथियों , सामाजिक संघों, युवा साथियों और सभी सहयोगियों का भी वो दिल की गहराइयों से अपने महासंघ के सभी साथियों की और से आभार व्यक्त करते है।