राजगढ़ (ब्यूरो रिपोर्ट),
राजगढ़ की करगाणु पंचायत के हियुण शलामु गांव में श्री बद्रिका आश्रम में हिमाचल प्रदेश की सबसे बड़ी छात्रवृती योजना का प्रथम वार्षिक उत्सव आरोहण 2023 धूमधाम से मनाया गया | कार्यक्रम में कुश्ती में ओलम्पिक मेडल विजेता व् पद्मश्री योगेश्वर दत्त बतौर मुख्यातिथी शामिल हुए | उन्होंने आश्रम की छात्रवृती योजना के माध्यम से उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिन्दगी में जीत ही नही हार भी मायने रखती है | जीत से भी अधिक हम हार से सीखते है | एकाग्रता के साथ यदी अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मेहनत की जाये तो कोइ भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है | उन्होंने कहा कि किसी भी प्रतिस्पर्धा से पहले हमे नकारात्मक खयालो को हावी नही होने देना चाहिए और इंसान को हमेशा सकारात्मक सोच के साथ आगे बड़ना चाहिए | हमे बार बार अपने लक्ष्यों को नही बदलना चाहिए और यदी सफलता नही मिल रही है तो तरीका बदलना चाहिए | उन्होंने ओलम्पिक में मेडल जितने का सपना देखा और इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत की | उन्होंने कहा कि कामयाब होने के लिए सपने खुली आँखों से देखने चाहिए और खुली आँखों से ही पुरे करने चाहिए | सपने बड़े होने चाहिए और बड़े सपनों को पूरा करने के लिए छोटी चीजें छोडनी होंगी | कार्यक्रम के दौरान आश्रम के संस्थापक ओम स्वामी जी ने भी छात्रवृती प्राप्त छात्र छात्राओ को सम्बोधित करते हुए आत्म अनुशासन की सीख दी | उन्होंने छात्र छात्राओं को रात को सोने से पहले अपने सिलेबस के अतिरिक्त कुछ अन्य अच्छी पुस्तके पड़ने और कुछ न कुछ बचत करने की आदत डालने का आह्वान भी किया | इससे पहले श्री बद्रिका आश्रम चेरिटेबल एंड सोशल वेलफेयर ट्रस्ट के मुख्य प्रबंधक राजीव मित्तल ने उन्हें शाल व् टोपी पहनाकर सम्मानित किया गया | उन्होंने कहा कि ओम स्वामी जी की समाज और प्रकृती के लिए कुछ न कुछ करने की सोच और प्रेरणा से जरूरतमंद छात्रो की उच्च शिक्षा का जिम्मा उठाने के लिए ट्रस्ट द्वारा प्रदेश के 28 से अधिक कालेजो व् विश्वविद्यालयों के साथ करार किये गये है और वर्ष 2022-23 तक विभिन्न शेक्षणिक धारा के 263 से अधिक छात्रों को 3 करोड़ 80 लाख रूपए की छात्रवृती प्रदान की गयी है | इनमे से 70 प्रतिशत लडकियाँ है और 75 प्रतिशत ग्रामीण स्कूलों से है | कार्यक्रम के दौरान ट्रस्ट की ओर से उन छात्र छात्राओं को पुरस्कृत किया गया जिन्होंने छात्रवृती के माध्यम से अपनी पड़ाई जारी रखते हुए विभिन्न कालेजो व् विश्वविद्यालयों में प्रथम , द्वितीय व् तृतीय रेंक प्राप्त किये |