राजगढ़ : पत्रकार संघ की मासिक बैठक लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह में संपन्न

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राजगढ़ (पवन तोमर/ब्यूरो चीफ),

पत्रकार संघ राजगढ़ की मासिक बैठक लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह में संपन्न हुई | बैठक की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष शेर जंग चौहान ने की। इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्र में फेल रहे चिट्टे के नशे पर चिंता जाहिर की। उन्होंने बताया कि चिट्टे का नशा राजगढ़ क्षेत्र सहित आसपास के गाँव में अपने पैर बहुत तेजी से पसार रहा है जिससे क्षेत्र के युवा मौत के करीब पहुँच रहे है। हमें इसे हर हाल में अपने क्षेत्र में फैलने से रोकना होगा और ये काम अकेले संभव नहीं है यदि क्षेत्रवासी सहयोग करे तो कुछ हद तक इसे नशे को फैलने से रोका जा सकता है। चौहान ने बताया कि चिट्टे के व्यपार पर सबसे पहले पुलिस विभाग को आगे आना चाहिए यदि विभाग के किसी भी कर्मचारी को चिट्टे के बारे में कोई जानकारी हो और वह किसी के दबाव के कारण बताने में असमर्थ हो तो वह पत्रकार संघ राजगढ़ के किसी भी सदस्य को जानकारी दे सकता है। पत्रकार संघ चिट्टे के नशेडी का नाम उजागर करने में पुलिस विभाग का सहयोग करेगा। उपाध्यक्ष हरदेव भरद्वाज ने बताया कि आजकल जब भी किसी देनिक अख़बार में चिट्टे के व्यपारियो को पकड़ने की न्यूज़ पड़ी जाती है तो हमेशा चिट्टे की मात्रा 4 ग्राम ही कियूं निकलती है। यह बात सोचने पर मजबूर करती है और बाद में चिट्टे के नशेड़ी व कारोबारियों की बड़ी आसानी से जमानत भी हो जाती है। आखिर क्यूँ प्रदेश सहित केंद्र की सरकारे चिट्टे के व्यपार को देश प्रदेश में फैलने दे रही है। ऐसे  हो ही नहीं सकता की पुलिस विभाग को चिट्टे के बारे में कोई ठोस जानकरी ना हो। फिर भी हमारी सरकारे चिट्टे के खिलाफ कोई ठोस कानून कियूं नहीं बनती यह बात समज से परे है। हरदेव भरद्वाज ने प्रदेश सरकार से आग्रह किया है कि चिट्टे के नशेड़ी व कारोबारियों पर ठोस सबूत पर कम से कम 20 साल का कठोर कारावास करने का कानून लागू किया जाना चाहिए। यदि कठोर कानून की व्यवस्था सरकारे करती है फिर भी चिट्टे के व्यपार को कम किया जा सकता है। इस अवसर पर शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य राजेन्द्र चौहन ने भी बताया कि हम माता–पिता को भी अपने बच्चों पर ध्यान देना चाहिए कि हमारे बच्चे किस माहौल में रह रहे है और माता–पिता के लिए ये कोई बड़ी बात नहीं है। हमे यह ध्यान रखना चाहिए कि हमारा बच्चा कब कहा जा रहा है कितने बजे वह घर से निकलता है और कितने बजे घर आता है। जब भी हमारे बच्चे घर आते है तो हमे उनके कपड़ो को अच्छे से चेक करना चाहिए कहीं हमारा बच्चा नशे की और तो नहीं बढ़ रहा है। क्योंकि नशा करने वालों का पता बड़ी आसानी से माता–पिता को लग जाता है। पत्रकार संघ के सदस्य विकल्प ठाकुर ने भी राजगढ़ प्रशासन व्यापार मंडल, पंचायतो के प्रधानो और क्षेत्र की सबसे बड़ी महिला मात्र शक्ति, नौजवान युवाओं से आग्रह क्या है कि यदि किसी को भी चिट्टे के नशे की थोड़ी भनक लगे तो वह राजगढ़ पत्रकार संघ से सम्पर्क कर सकता है जो चिट्टे के बारे में कोई भी जानकारी देगा उसे पत्रकार संघ की ओर से इनाम दिया जाएगा। साथ ही उसका नाम गोपनीय रखा जाएगा। इस अवसर पर संघ के सचिव नितिन भरद्वाज ने कहा कि चिट्टे के नशे के लिए अब हिमाचल बड़ा बाज़ार बन रहा है और समृद्ध परिवारों के नशेड़ी भी इस नशे को बेचने में शामिल है। प्रति ग्राम चिट्टे की कीमत हिमाचल प्रदेश में करीब 4000 से ₹6000 है। हालांकि हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा चिट्टे  के कारोबारियों को काफी हद तक पकड़ा भी गया है लेकिन बाद में जल्दी ही उनकी जमानत हो जाती है और फिर से वह नशे के इस काले कारोबार में पड़ जाता है। यदि बड़ी मछलियों पर ध्यान केंद्रित किया जाए तो बड़े सरगना को पकड़ने के लिए सभी को मिलकर सामने आना पड़ेगा। इस अवसर पर नितिन वल्ल्याट, अवधेश नेगी और निशेष शर्मा भी उपस्थित ।

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