भरमौर (महिंद्र पटियाल/संवाददाता),
पूर्व वन मंत्री हिमाचल प्रदेश ठाकुर सिंह भरमौरी द्वारा हाल ही में जन -जातीय क्षेत्र भरमौर के चोली व लूणा पुल के क्षतिग्रस्त होने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू व लोक निर्माण विभाग मंत्री हिमाचल प्रदेश विक्रमादित्य सिंह से जन -जातीय क्षेत्र के लोगों की मुश्किलों को देखते हुए सड़क मार्ग की तुंरत बहाली का आग्रह किया है। उन्होंने बताया कि सर्दियों के दिनों में व क्षेत्र की भगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए भी क्षेत्र के लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में चल रही जल विधुत परियोजनाओं से पुलों का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है जिसकी जांच होना अति आवश्यक है। उन्होंने चोली संस्पेंशन पुल के टूटने की घटना की निष्पक्ष जांच की भी प्रदेश सरकार से मांग की है व दोषियों पर उचित कार्रवाई व भरपाई की भी मांग की है। उन्होंने खडामुख पुल जो कि भरमौर मुख्यालय को जोड़ता है जिसकी नींव लगातार पानी में रहती है। एनएचपीसी प्रबंधन चंबा से भी मांग की है कि समय रहते इस पुल की नींव को कंक्रीट डाल कर और मजबूत किया जाए। ताकि इस पुल का भी अस्तित्व खतरे में न पड़े व उन्होंने भरमौर प्रशासन से भी आग्रह किया है कि एनएचपीसी प्रबंधन चंबा से इन पुलों के हालातों के मद्देनजर बैठक का आयोजन कर कार्रवाई अमल में लाई जाए। इन्होंने यह भी बताया कि इसके बारे में उपायुक्त चंबा डी सी राणा से भी दूरभाष से उनकी बात हो चुकी है उनसे भी क्षेत्र के लोगों की सम्सयाओ को देखते हुए इनका हल ढूंढने का आग्रह किया है।