भरमौर : 40 घंटे गुजर जाने के बाद भी वैकल्पिक रास्ते का नहीं हो पाया प्रबंध

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भरमौर (महिंद्र पटियाल/संवाददाता),

जन – जातीय क्षेत्र भरमौर उपमंडल की 28 पंचायतों के लिए सोमवार को भी कोई राहत की खबर नहीं मिली। सोमवार को मौसम के अचानक करवट बदलने से क्षेत्र में बारिश बर्फबारी का दौर शुरू हो गया जिससे की क्षेत्र के लोगों के लिए मुश्किलों का दौर शुरू हुआ। दो दिनों से पुल के क्षतिग्रस्त होने से क्षेत्र में दूध, सब्जी की सप्लाई भी नहीं पहुंच पाई। प्रशासनिक अधिकारी व भरमौर के विधायक डॉ. जनक राज भी सिथ्ती का जायजा ले चुके हैं। सोमवार को भी बारिश ने लूणा वैकल्पिक मार्ग में बाधा डाली। अधिषाशी अभियंता नैशनल हाइवे अथारिटी चंबा संजीव महाजन ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार तक लूणा में वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था हो सकती है। मार्ग बंद रहने से क्षेत्र की 28 पंचायतों  के लोगों को रावी नदी को पार करके चंबा पंहुचना पड़ रहा है जिससे उन्हें भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। लोक निर्माण विभाग भरमौर के सहायक अभियंता विशाल चौधरी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि चोली संस्पेंशन के साथ वैकल्पिक मार्ग को तैयार कर लिया गया है व सोमवार शाम तक छोटे वाहनों की आवाजाही की जा सकती है। जनजातीय क्षेत्र भरमौर में लगातार पुलों के टूटने का सिलसिला जारी है। शुक्रवार शाम को चोली संस्पेंशन पुल टूटने की घटना पेश आई  थी व शनिवार रात्रि को ही एक दिन बाद बिना बारिश के ही लूणा पुल के समीप भारी भरकम चटान गिरने से लूणा पुल धाराशाही हो गया था। जिससे भरमौर उपमंडल में 15 सरकारी बसें व 5 निजी बसें व अन्य पर्यटकों के वाहन भी फंस चुके हैं। अब क्षेत्र के लोगों को यह चिंता सताने लगी है कि किसी भी बिमारी की अवस्था में उन्हें इस रास्ते को कैसे पार करना है। इस समय जनजातीय क्षेत्र भरमौर के शीतकालीन स्कूलों में भी अवकाश चल रहे हैं व 16फरवरी से स्कूल शुरू होने हैं ज्यादातर क्षेत्र के लोग इस समय मैदानी क्षेत्रों का रूख कर चुके हैं व फरवरी माह में ही उनकी भरमौर को वापसी होनी है ऐसे में सम्सया और विकराल होने वाली है। कुछ लोग इसे प्राकृतिक आपदा व दैवीय प्रकोप भी मान रहे हैं। क्योंकि जो चोली संस्पेंशन पुल टूटा है वो नाला भी  इन्द्र नाग मंदिर से होकर आता है व जो लूणा पुल टूटा है वो नाला भी सामरा नाग मंदिर से होकर आता है स्थानीय लोगों द्वारा ऐसे भी कयास लगाए जा रहे हैं। नैशनल हाइवे अथारिटी चंबा के अधिषाशी अभियंता संजीव महाजन से बात करने पर उन्होंने बताया कि संस्पेंशन पुल की निर्माण सामग्री मंगवाई जा रही है। जिस कारण इसके तैयार होने के लिए 6 से 7 दिन का समय भी लग सकता है। भरमौर के विधायक डॉ. जनक राज पखरेटिया से बातचीत करने पर उन्होंने बताया मैंने खुद स्थिति का जायजा लिया है। हमारी कोशिश यही रहेगी कि क्षेत्र के लोगों को तुरंत इन समस्याओं से निजात मिले इसके लिए मैं प्रयासरत हूं। वहीं दूसरी तरफ एडीएम भरमौर नरेंद्र कुमार चौहान से बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि अभी तक क्षेत्र के डिपुओं में राशन का स्टाक पूरा है व किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए भरमौर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। पुल को तैयार करवाने के लिए जल्द से जल्द प्रयास किए जा रहे हैं ताकि क्षेत्र के लोगों को किसी भी स्थिति का सामना न करना पड़े। वहीं दूसरी तरफ प्राईवेट बसों व निजी बसों के चालक अपनी बसों को भरमौर बस स्टैंड में खड़ी कर पैदल निचले क्षेत्रों का रुख कर चुके हैं व विदित रहे कि जन-जातीय क्षेत्र भरमौर में एक मात्र पैट्रोल पंप है काफी आबादी इस पर निर्भर है जिससे पैट्रोल डीजल की समस्या का सामना भी क्षेत्र के लोगों को करना पड़ सकता है।

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