भरमौर ( महिंद्र पटियाल/संवाददाता ), जन-जातीय क्षेत्र भरमौर के एकमात्र कूड़ा डंपिंग साईड पट्टी नाला भरमौर में शुक्रवार शाम को शरारती तत्वों द्वारा आग लगा दी गई थी। विदित रहे कि यह आग लगाने का खेल काफी वर्षों से चला आ रहा है लेकिन आज तक भरमौर प्रशासन द्वारा किसी पर भी कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी और न ही दोषी को पकड़ा जा सका। पूरे भरमौर, खडामुख, गरोला का कूड़ा यंहा पर गिराया जाता है जिसे बाद में आग के हवाले कर दिया जाता है। अभी हाल ही में मणिमहेश यात्रा संपन्न हुई है, तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कितने टन कूड़ा यंहा गिराया गया होगा। इसके साथ मात्र 200 मीटर की दूरी पर भरमौर का लघु सचिवालय भवन है साथ में बस अड्डा भरमौर,जल शक्ति विभाग भरमौर विश्राम गृह,पी,ओ,आई,टी, डी,पी, आवासीय कॉलोनी, वन विभाग की आवासीय कॉलोनी, साथ में नव निर्मित भरमौर का नया हस्पताल भवन, सैंकड़ों की संख्या में प्रतिदिन लोगों की आवाजाही यंहा होती है कुगती, प्रंघाला व हडसर पंचायत के लोग भी यहां से होकर गुजरते हैं, तो लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड प्रशासन के आंखों तले हो रहा है। इसके साथ लगते गांव पट्टी, पंरोडी, गोशण, सपैडका, बाडी के लोगों को विषैले धुंए से गंभीर बिमारी का शिकार होना पड़ सकता है। अगर समय रहते इस डंपिंग साईड को यंहा से स्थानांतरित नहीं किया गया तो इसका दुष्प्रभाव नव निर्मित हस्पताल भवन के मरीजों को भी भुगतना पड सकता है। विदित रहे कि इस डंपिंग साईड पर करोडो रूपए खर्च करने के बावजूद भरमौर प्रशासन इसका स्थाई हल नहीं ढूंढ पाया है। वहीं दूसरी तरफ एस डी एम भरमौर अशीम सूद से बात करने पर उन्होंने बताया कि मामला ध्यान में है जिसका समाधान निकाला जाएगा।