भरमौर (महिंद्र पटियाल/संवाददाता),
भरमौर सामुदायिक भवन में दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के अंतर्गत आज बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में संजय कुमार क्षेत्रीय समन्वयक विकासखंड भरमौर ने भी भाग लिया, जिसमें विकासखंड में बने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस बैठक में कम से कम 70 -80 समूह की महिलाओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज की। साथ में उन्होंने बताया की स्वयं सहायता समूह ग्रामीण निर्धनों का एक ऐसा छोटा समूह होता है जिनके सदस्यों की आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति लगभग समान होती है। यह सामूहिक प्रयास से अपनी जीवन दशा में बेहतर बनाने का प्रयास करते हैं। इसके सदस्य अपनी इच्छा से एक समूह में संगठित होकर अपने समक्ष उपस्थित समस्याओं जिन्हें वह अकेले हल नहीं कर सकते उससे निपटने के लिए चर्चा करते हैं तथा सभी उपस्थित स्वयं सहायता समूह को ग्राम संगठन से जुड़ने के लिए बैठक करने को कहा ताकि पंचायत स्तर पर ग्राम संगठन का गठन किया जा सके। इसके साथ दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना से जिसमें उक्त संस्थान की टीम ने बताया कि श्री साईं प्राइवेटआईटीआई पोंग सुंदर नगर जिला मंडी में युवाओं के लिए ग्रामीण कौशल विकास से रोजगार मुफ्त में प्रशिक्षण उपलब्ध करवाया जा रहा है, जिसमें लड़कों के लिए असिस्टेंट इलेक्ट्रीशियन और लड़कियों के लिए कंप्यूटर का कोर्स करवाया जाना है। जिसके लिए संस्थान में जितने भी बच्चे इस कोर्स के लिए आवेदन कर रहे हैं। उनके लिए रहना खाना संस्थान की तरफ से मुक्त होगा। उसके बाद सो परसेंट जॉब प्लेसमेंट भी दी जाएगी। कौशल भारत कुशल भारत के अंतर्गत मुक्त ट्रेनिंग करवाई जा रही है जिसके लिए योग्यता मैट्रिक प्लस टू और आयु सीमा 18 वर्ष से 35 वर्ष तक होनी चाहिए जिसमें बीपीएल का प्रमाण पत्र मनरेगा मैं कार्य किया हो या स्व- सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं के बच्चे गरीब एससी एसटी बच्चे एडमिशन ले सकते हैं। जिसमें महिलाओं ने विकासखंड भरमौर से संपर्क कर इसके संदर्भ में भी जानकारी हासिल की सरकार द्वारा शुरू की गई। इस योजना का नाम है- ‘दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना’. इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा बेरोजगार लोगों को रोजगार मुहैया कराने की शुरुआत की गयी है। इसमें कई प्रकार की कौशल प्रशिक्षण शुरू किये जायेंगे। इसके तहत इन युवाओं को ट्रेनिंग देकर इन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा। सरकार ने ग्रामीण युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना (डीडीयू-जीकेवाई) शुरू की है। डीडीयू-जीकेवाई को 25 सितंबर 2014 में शुरू किया गया था पंडित दीनदयाल उपाध्याय उद्देश्य देश के बेरोजगार युवाओं को अपनी युवा शक्ति का सदुपयोग करना है जिसके जरिए युवाओं को उनके मनपसंद कौशल में ट्रेनिंग दी जाती है। जब उनकी ट्रेनिंग पूरी हो जाती है और वह अपने काम में निपुण हो जाते हैं तो उन्हें नौकरी मुहैया कराई जाती है। इसके साथ ही सरकार के द्वारा एक प्रमाण पत्र भी दिया जाता है। इस प्रमाण पत्र से युवाओं को नौकरी मिलने में काफी आसानी होती है। इसके बाद देश के युवा रोजगार युवा अपने बेरोजगारी को दूर करते हैं। इसके साथ ही देश की तरक्की भी होती है। इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा बेरोजगार लोगों को रोजगार मुहैया कराने की शुरुआत की गयी है। इसमें कई प्रकार की कौशल प्रशिक्षण शुरू किये जायेंगे। इसके तहत इन युवाओं को ट्रेनिंग देकर इन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा। एग्रीकल्चर, हैल्थ केयर, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, हैंडलूम, डॉमेस्टिक इलेक्ट्रीशियन, रिटेल, गारमेंट्स, होस्पिटेलिटी, कंस्ट्रक्शन, फूड प्रोसेसिंग, आईसीटी, ट्रैवल एंड टूरिज्म इत्यादि कोर्स इसके अंतर्गत किए जाते हैं। उक्त बैठक में भिन्न-भिन्न ग्राम पंचायतों के बोर्ड मेंबर ने भी भाग लिया।