राजगढ़ (निशेष शर्मा/संवाददाता),
रासूमांदर में 16 वर्ष बीत जाने के बाद भी धारटू खाड़ी उठाऊ सिंचाई योंजना का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है, जिससे समूचे रासूमांदर में सरकार के खिलाफ नाराजगी देखी गई है। बता दें कि क्षेत्र के लोगों ने इस योजना बारे बीते वर्षं 12 सितंबर 2021 को भढ़ोली में आयोजित जनमंच में इस मुददे को प्रभावी ढंग से उठाया गया था जिस पर जल शक्ति विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा 31 मार्च 2022 तक पूर्ण करने का आश्वासन दिया गया था। परंतु एक साल से अधिक समय बीत जाने के उपरांत भी अभी तक सिंचाई योजना का कार्य ठप्प पड़ा है। जनमंच में विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा इस योजना के लिए एक करोड़ की अतिरिक्त राशि उपलब्ध करवाने का भी आश्वासन दिया गया था। बता दें कि करीब 16 वर्ष पहले कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में रासूमांदर क्षेत्र की तीन पंचायतों माटल बखोग, टाली भुज्जल और कोटी पधोग के लिए नाबार्ड के तहत डेढ करोड़ की सिंचाई योजना स्वीकृत की गई थी । जिसकी कुल लंबाई 12 किलोमीटर थी और इस सिंचाई योजना के अंतर्गत तीन पंचायतों की 190 हैक्टयर भूमि को सिंचित करने का प्रावधान किया गया था। इस योजना की आधारशिला पूर्व विधानसभा अध्यक्ष जी आर मुसाफिर द्वारा रखी गई थी। कोटी पधोग के पूर्व प्रधान अरूण मेहता, जगमोहन मेहता, सोहनलाल, कपिल कुमार, दलीप मेहता, रमेश सरैक, मान सिंह वर्मा, काकू शर्मा सहित अनेक लोगों ने संयुक्त बयान में आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में सदैव इस योजना का निर्माण कार्य लंबित रहा है जिससे इस क्षेत्र किसान इस योजना का लाभ आज तक नहीं उठा सके । हर बार चुनाव के दौरान राजनैतिक पार्टियां इस योजना को पूरा करने का वादा करती है परंतु करीब 16 वर्ष बीत जाने के बाद भी यह योजना पूर्ण नहीं हो सकी। क्षेत्र के लोगों द्वारा विभाग की कार्यशैली पर सवालिया प्रश्न उठाया है कि विभाग द्वारा किन कारणों से इस योजना को पूर्ण करने में विफल रहा है और क्षेत्र के किसान अतीत की भांति आज भी वर्षा पर निर्भर है। इन का कहना है कि जनमंच में दिए गए आश्वासन के बावजूद भी विभाग द्वारा निर्माण कार्य आरंभ नहीं किया गया है। इनका आरोप है कि 12 किलोमीटर लंबी सिंचाई योजना निर्मित की जानी है जिसमें से 16 सालों में 12 किलोमीटर में से केवल तीन किलोमीटर बन पाई है जोकि रखरखाव के अभाव में जीर्णशीर्ण अवस्था में हो चुकी। कनिष्ट अभियंता जेएसवी चंदोल हरदेव सिंह ने बताया कि इस योजना का कार्य जिस ठेकेदार को दिया गया था वह छोड़कर चला गया है और अब रिटैंडरिंग करवाई जाएगी।